रायपुर
![भ्रष्टाचार करने वालों को ही ईडी का डर सताता है-संबित पात्रा भ्रष्टाचार करने वालों को ही ईडी का डर सताता है-संबित पात्रा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1658839284jp.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा मंगलवार को रायपुर पहुंचे। उन्होंने इस मौके पर ईडी मामले पर कांग्रेस के सत्याग्रह को ड्रामा करार दिया, और कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को ही ईडी का डर सताता है।
डॉ. संबित पात्रा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस चोरी ऊपर से सीनाजोरी करती है। सीएम भूपेश बघेल पर भी निशाना साधा, और कहा कि जो भ्रष्टाचार करते हैं, वो दूरबीन लगाकर देखते हैं कि ईडी कहां-कहां जा रही है। सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ पर कहा कि यदि कहीं भ्रष्टाचार होगा तो उसकी जांच जरूर होगी लेकिन विपक्ष भ्रष्टाचार की जांच नहीं चाहता। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के सत्याग्रह को उन्होंने दिखावा करार दिया है। यह पांच हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े-बड़े वकील इस केस को खत्म करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए थे लेकिन कोर्ट ने केस खारिज करने से मना कर दिया।
डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी को इस मामले में राजनीति छोड़ कर ईडी के सामने सच्चाई बतानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई घपला घोटाला नहीं किया है तो फिर डरने की क्या जरूरत है। पात्रा ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष ने सोनिया गांधी की आज ईडी के सामने पेशी है। जिस प्रकार का माहौल कांग्रेस पार्टी इस पूरे विषय को लेकर माहौल बना रही है वह भी पूरा देश देख रहा है। सत्याग्रह का जो ड्रामा कांग्रेस कर रही है यह भी पूरा देश देख रहा है। संबित पात्रा ने कांग्रेस के अलावा देश की विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा, विपक्ष के पास आज मुद्दों की कमी है। आश्चर्य का विषय है कि अगर किसी के घर से 21 करोड़ रुपये निकलता है, आपने बंगाल में देखा है कि बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी के जानकर के घर से 21 करोड़ रुपये नकद बरामद होता है,आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन के घर से पैसे बरामद होते हैं। अगर इस प्रकार की गतिविधियों पर कोर्ट सख्त टिप्पणी करती है, 5 हजार करोड़ रुपये के नेशनल हेराल्ड केस क्या इन्वेस्टिगेशन नहीं होना चाहिए, क्या इन सभी विषयों को हमें इसलिए खारिज कर देना चाहिए कि विपक्ष ये मुद्दे पसंद नहीं हैं?