रायपुर
![सीएम का नाम लिए बगैर भाजपा पर हमला जिनका तिरंगा से मतलब नहीं वो पाखंड कर रहे सीएम का नाम लिए बगैर भाजपा पर हमला जिनका तिरंगा से मतलब नहीं वो पाखंड कर रहे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/16592019894d31e9f-3962-4ba0-9096-519d97fcb55d.jpg)
रायपुर, 30 जुलाई। सीएम भूपेश बघेल ने आज पीसीसी की बैठक में कहा कि आजादी की लड़ाई कांग्रेस ने शुरू की थी। हमें तिरंगा कार्यक्रम में बढ़चढ़कर हिस्सा लेना है।उन्होंने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिनका तिरंगा से कुछ लेना देना नहीं वे तिरंगा के नाम पर पाखंड कर रहे। हमने तिरंगा को पहले अंगीकार किया।
पीसीसी की मासिक बैठक में प्रदेश प्रभारी सचिव द्वय डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का की उपस्थिति में सभी सदस्य मौजूद थे। बैठक में 9 अगस्त से प्रस्तावित विधानसभा स्तरीय 75 कि.मी. की पदयात्रा पर चर्चा की।प्रदेश के समस्त जिला में निर्माणाधीन राजीव भवन की प्रगति पर चर्चा हुई।
प्रभारी पी.एल. पुनिया ने कहा कि हर विधानसभा के शुरुआत और आखिरी के पॉइंट निर्धारित किये जाये। स्वतंत्रता संग्राम के निशानियों का स्मरण, सेनानियों के परिजनों से मुलाकात होना चाहिये। सभी विधानसभा में 75 किमी अनिवार्य यात्रा घूमनी चाहिये। हर बूथ तक यात्रा पहुंचे। महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ यात्रा में जन जागरण करना चाहिये। पदयात्रा हर संयोजक एवं नेता ऐसे गांव या मोहल्ले में रूकेगा जो प्राथमिक रूप से दलित, आदिवासी या किसी अन्य कमजोर वर्ग का होगा। अगले दिन सुबह 6 बजे से प्रभात फेरी निकाली जायेगी। प्रभात फेरी के दौरान राम धुन गाई जायेगी। सभी सदस्य गांधी टोपी पहनेंगे। ये समूह हर जोन, सेक्टर और मतदान केंद्र में जनसंवाद करेंगे। जनसंवाद समूहों में लोगों के साथ संवाद के रूप में होगा, न कि जनसभाओं के रूप में। वो घर-घर जाकर पर्चे बांटेंगे और अभा एवं पीसीसी द्वारा तैयार किये गये फॉर्म भरेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 9 अगस्त को प्रस्तावित विधानसभा के 75 किमी पदयात्रा के कार्यक्रम, विधानसभा के एक छोर से शुरू करें। 9 से 15 दिन चले। समापन में बड़ी सभा हो। पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा के संदेश को पहुंचाने के लिये जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे। वो महंगाई, बेरोजगारी आदि के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम भी चलाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हर दिन यात्रा में कम से कम 200 लोग तिरंगा झंडा लेकर चलेंगे। शाम को विश्राम देश भक्ति कार्यक्रम। प्रभात फेरी सुबह, श्रमदान करेंगे। हर दिन अलग-अलग लोग नेतृत्व करें। प्रस्तावित स्थानीय स्तर के सभी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरेगी। यात्रा के दौरान विभिन्न ग्रामों में निवासरत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान किया जायेगा।