रायपुर
![प्रशिक्षण शिविर में भाजपा ने लिया संकल्प, देश में मृतप्राय कांग्रेस का छत्तीसगढ़ से भी करेंगे सफाया प्रशिक्षण शिविर में भाजपा ने लिया संकल्प, देश में मृतप्राय कांग्रेस का छत्तीसगढ़ से भी करेंगे सफाया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1659284332a43f1ff-4e56-4272-a718-94fb8f56dc56.jpg)
अजय बोले- सरकार के कारनामों को तेजी से उजागर करना होगा, सांसदों को किसी भी सत्र को संबोधित करने का अवसर नहीं मिला
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 31 जुलाई। 2023 के चुनाव में कांग्रेस को छत्तीसगढ़ से सत्तामुक्त करने के संकल्प के साथ प्रदेश भाजपा के 300 चुनिंदा नेता तीन दिनों के प्रशिक्षण शिविर से निकले। इस शिविर में 12 से 16 सत्रों में सबसे मुखर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर रहे तो प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने संगठन की स्थिति को लेकर जिला अध्यक्षों को आइना दिखाया।
पुरंदेश्वरी ने बूथ कमेटियों के गठन और उनके सदस्यों की जागरूकता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया। उन्होंने अपने बस्तर संभाग के दौरे का अनुभव बताया। कहा कि मैंने जिलाध्यक्ष द्वारा दी सूची के मुताबिक बूथ कमेटियों के कुछ सदस्यों को फोन पर संपर्क किया। उन्होंने बताया कि हमें मालूम ही नहीं कि हम कमेटी में हैं। जिला अध्यक्षों ने केवल खानापूर्ति के लिए सूची बना दी यह संगठन के लिए उचित नहीं है अब नए सिरे से सूची बनाई जानी चाहिए इसमें उन्हीं कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए जो काम करने के इच्छुक हो।
प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन आज पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने संबोधित किया। उन्होंने भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और कुछ तथ्य पेश किए जिन्हें पार्टी के नेताओं से प्रदेश में प्रचारित करने की बात भी कही। 15 वर्षों की सरकार की हार को लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में अब तक चल रही उलाहनाओं पर चंद्राकर ने कहा कि यह राग कब तक अलापा जाएगा। हमसे जो गलतियां हुईं उसके लिए माफी मांगता हूं चंद्राकर ने कहा कि पार्टी के लिए जीवन खपा देने वाले नेता कार्यकर्ता अब नाराज होकर घर बैठ गए हैं, उनको छोड़कर कोई पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती हमें ऐसे लोगों से चर्चा कर उन्हें जोड़ना होगा। चंद्राकर ने पार्टी के नेताओं से कहा अब समय बहुत कम है भूपेश सरकार के कारनामों को तेजी से उजागर करना होगा। चंद्राकर ने इन कारनामों से संबंधित कुछ दस्तावेजों के साथ विस्तृत जानकारी दी जिनमें धान खरीदी, कर्मचारी हड़ताल, कर्मचारी भर्ती शिक्षक भर्ती शामिल हैं। एक अन्य सत्र में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी लगभग इन्हीं बिंदुओं को छुआ।
इस शिविर में बुलाए गए तो सभी सांसद विधायक थे किंतु किसी को भी संबोधन का अवसर नहीं मिला ।सांसदों से केवल सत्र विशेष की अध्यक्षता करवाई गई ।इसी तरह से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष रहे नंद कुमार साय से भी अध्यक्षता करवाई गई। पार्टी नेताओं का कहना है कि शिविर से एक ही संदेश लेकर निकले हैं की कांग्रेसका देशभर में सफाया हो गया है।कांग्रेस लगभग मृतप्राय हो चुकी है केवल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बनी हुई है, अगले चुनाव में यहां भी अंतिम कील ठोकना होगा। किसके लिए नेता और कार्यकर्ताओं को एक टीम के रूप में काम करना होगा। पार्टी ने प्रदेश की 90 सीटों के लिए प्रभारी बनाए हैं जिनके नाम जल्द ही घोषित कर दिए जाएंगे। यह लोग अपने अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्रों में जाकर चुनाव की रणनीति बनाना शुरु कर देंगे।