रायपुर
12 बैंक लाकर्स, और बड़ी मात्रा में जेवरात मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अगस्त। बुधवार सुबह 250 आईटी अफसरों की बड़ी टीम ने मारूति फेरो एलायज, ग्रेविटी स्पंज समूह के 45 फैक्ट्री,घर दफ्तर में छापे मारी की। इन ग्रुप्स के औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा खरोरा, रायगढ़, कोरबा, से लेकर झारसुगुडा और कोलकाता स्थित फैक्ट्री और दफ्तर है। कोलकाता और झारसुगुडा में इनकी शेल कंपनियों के दफ्तर बताए गए हैं।
बीती सारी रात हुई जांच के बाद आयकर टीम ने कुल 60 लाख रुपए सीज किए हैं। यह जांच आज भी जारी रहेगी। कुछ ठिकानों में जांच शाम तक समेटने की खबर है।
आयकर अफसरों ने बुधवार को सिलतरा स्थित धनकुल स्टील,एच आर एस रीरोलर्स उरला, निर्माण टीएमटी, भवानी मोल्डर्स, मारूति फेरो एलायज, ग्रेविटी स्पंज,फेरोज एंड पावर खरोरा रोड स्थित नूतन आयरन उद्योग भी शामिल है। इनके संचालकों के लग्जोरा मोवा, फरिश्ता कांप्लेक्स, वालफोर्ट सिटी, मारूति सालिटेयर और रोमेंस्क्यू लभांडी स्थित घरों और दफ्तरों कुल 45 ठिकानों में पड़ताल चल रही है। सूत्रों के अनुसार यह छापेमारी डिप्टी डायरेक्टर आईटी इंवेस्टीगेशन विंग डी एस मीणा (रायपुर) की निगरानी में चल रही है। कोलकाता, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर रीजन के अफसरों की भारी भरकर टीम जांच कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि अब तक की पड़ताल में आय,व्यय में बड़ा अंतर, कच्चे माल और उत्पादन में भी बड़ा अंतर सामने आया है। कोलकाता से मिले इनपुट के बाद डीआईटी विंग ने इस अंतर की जांच के बाद यह कार्यवाही की है। आयकर अफसरों ने जब आज सुबह छह बजे आयकर अफसर चौकीदार बनकर पहुंचे थे।इन ठिकानों को घेरा तो सभी के मालिक और संचालक घर पर ही मिले? कहीं से भी विरोध की जानकारी नहीं मिली है। अफसर फिलहाल आय, व्यय, कच्चे और तैयार स्टाक, आनलाइन रिकार्ड, जेवरात, बैंक लाकर्स की जांच कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि दोनों ही ग्रुप के 12 बैंक लाकर्स, 60 लाख से अधिक कैश और बड़ी मात्रा में जेवरात मिले हैं जिनका मूल्यांकन किया जा रहा है, इसलिए कुल वजन नहीं बताया गया है। गुरुवार को कुछ ठिकानों में जांच समेटी जा सकती है। सभी 12 लॉकर निजी और राष्ट्रीयकृत बैंकों में हैं। पजेशन ऑर्डर लगाकर सभी को सील किया गया।
सरेंडर का प्रावधान नहीं, दस्तावेज लेकर निकलेगी टीम
सूत्रों ने बताया कि अब अघोषित आय पर चुराए गए टैक्स का लमसम आंकलन कर राशि सरेंडर कराने का प्रावधान खत्म हो गया है। इसके चलते आयकर टीम सभी ठिकानों से आय व्यय, कच्चे ट्रांजेक्शन के दस्तावेज और साफ्टवेयर रिकार्ड, कंप्यूटर वगैरह जब्त कर लौटेगी।
सीजी पुलिस नहीं दी गई तो सीआरपीएफ तैनात
सूत्रों ने बताया कि इस छापेमारी की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के 250 सशस्त्र जवानों की टुकड़ी तैनात की गई है। आयकर विभाग ने राज्य पुलिस की सुरक्षा मांगा था लेकिन नहीं दिया गया। वैसे राजधानी में हाल के वर्षों में पड़े आईटी छापों में सीआरपीएफ की मदद ली जा रही है।
बहुत दिनों से इस छापे के एप्रुवल का इंतजार था
सूत्रों ने बताया कि इस समूह में छापे के लिए काफी पहले से अनुमति विभाग के आला अफसरों से मांगी गई थी। इसे अनुमति नहीं दी जा रही थी। अब जाकर एप्रुवल दिया गया।
संचालकों के नाम
ग्रेविटी ग्रुप-विरेन्द्र कुमार सुराना, धीरज कुमार सुराना, सुनील अग्रवाल, विकास अग्रवाल, और शिवभगत सिंह
मारूति स्पंज एंड फैरोज
राजेश तोला, अरूण कुमार, निशान खेतान, अशोक कुमार चौधरी।