रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 अगस्त। छत्तीसगढ़ में मानसून की बेरूखी के बाद पिछले 10 दिनों से बारिश नहीं हुई। इसके कारण कई जिले में सूखेे की आहट ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसानों का अभी तक बियासी का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। बारिश न होने से पानी की कमी से फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है। मानसून की बेरूखी कुछ ऐसी ही रही तो खेती का कार्य रूक जाएगा। ऐसे में मौसम विभाग ने आगामी तीन बारिश का अनुमान लगाया है।
बुधवार को कई जगहों पर बारिश हुई है। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि अगस्त महीने में भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में सामान्य बारिश होगी। इस सप्ताह 6, से 8 तारीख को प्रदेश के अधिकांश जगहों पर सामान्य से भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर अमृतसर, चंडीगढ़, बरेली, फुरसतगंज, वाराणसी, डाल्टनगंज, बालासोर, और उसके बाद पूर्व-दक्षिण- पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। बीच में मानसून ब्रेक की जो स्थिति बनी थी वह खत्म हो गई है। कई स्थानीय मौसमी तंत्र भी सक्रिय हो रहे हैं।
इसकी वजह से अगले तीन-चार दिनों में बरसात की गतिविधियां बढऩे की संभावना बन रही है। शनिवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश का संयोग बनता दिख रहा है। उन्होंने बताया, उसके बाद भी बरसात की स्थिति बनी रहेगी। शुक्रवार को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है।