रायपुर
मार्च से सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे
प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की मांग कर रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 अगस्त। यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के छात्र प्रदेश के कालेजों में प्रवेश देने की मांग को लेकर सीएम हाउस घेरने पहुंचे हैं । पुलिस ने स्वास्थ्य मंत्री के बंगले के पास उनको रोक दिया है। कुछ देर छात्र और पालक वहीं नारेबाजी प्रदर्शन करने के बाद बूढ़ापारा धरना स्थल पर जा बैठे।
इन छात्रों ने बताया कि रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश से भी लगभग 207 छात्र-छात्राएं मेडिकल की अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर मार्च 2022 में वापस आए थे ।किंतु उनकी वापसी के कुछ ही दिनों में भविष्य की अनिश्चितता की वजह से उनका सुख दुख में बदल गया।छात्र और उनके परिजन बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान हैं। उनकी पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने हेतु वे दर - दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है ।इस दिशा में स्वयं संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्र सरकार को इन बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने दो बार पत्र भी लिखा।
समय-समय पर राज्य एवं केंद्र सरकार से विभिन्न माध्यमों से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस संबंध में छात्र - छात्राओं एवं परिजनों ने दो बार मुख्यमंत्री बघेल से चर्चा कर प्रदेश के कालेजों में प्रवेश देकर कोर्स पूरा करने का अवसर देने की मांग कर चुके हैं। लेकिन अफसोस इतने प्रयासों के बावजूद ना तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया। इसकी वजह से ये 207 बच्चे और परिजन भविष्य की अनिश्चितताओं के बीच अपना दिन गुजारने में मजबूर हैं। और उन्हें अपने जीवन भर की कमाई लुटाने और अपने बच्चों के बर्बाद भविष्य के अंधेरे के अलावा आगे कोई प्रकाश नजर नहीं आ रहा है। इन्होंने सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को भरोसा दिलाया था कि बाद में ये सभी अपनी सेवाएं छत्तीसगढ़ में ही देंगे । प्रदेश और केंद्र सरकार ने इन बच्चों को केवल एक वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया और उनका राजनीतिक फायदा उठाकर उनको उनके हाल में ही छोड़ दिया और कोई सुध नहीं ली। लेकिन यह बच्चे राज्य सरकार के लिए एक असेट्स हैं एवं अपनी पढ़ाई पूरी करने के स्वास्थ्य सुविधाओं के करें एवं अन्य राज्यों सरकार को पुन: पत्र 207 छात्र-छात्राओं जिससे की लगाई हुई अनुरोध की है।
सीएम बघेल के नाम लिखे ज्ञापन में कहा कि मुखिया होने के नाते यह घोषणा करें कि छत्तीसगढ़ वापस आए सभी बच्चों को प्रदेश के ही मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के लिए दाखिला देने को सक्षम है। इस संगठन के प्रमुख अनिल कुमार शर्मा, सुनील पुरोहित ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर हमने सीएम बघेल, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव और राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है।