रायपुर
![सोमवार से बेमुद्दत हड़ताल, न्यायालय और राजस्व अमला भी शामिल होगा सोमवार से बेमुद्दत हड़ताल, न्यायालय और राजस्व अमला भी शामिल होगा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1661085111611842327G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अगस्त। सोमवार से होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारियों की आज फेडरेशन के नेताओं ने राजधानी में समीक्षा की। इस हड़ताल में न्याययिक कर्मचारी संघ एवं तहसीलदार, नायब तहसीलदार संघ ने भी फेडरेशन के हड़ताल में शामिल होने की बात कही।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोयक कमल वर्मा एवं प्रांतीय प्रवक्ता चंद्रशेखर तिवारी, सतीश मिश्रा,आर के रिछारिया,बी पी शर्मा,राजेश चटर्जी ,संजय सिंह, सत्येन्द्र देवांगन, अजय तिवारी, रोहित तिवारी ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि केन्द्र के समान देय तिथि से 34त्न डीए एरियर्स सहित एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के लगभग पांच लाख कर्मचारी एवं अधिकारी 22 अगस्त, से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी 23 जिलों में जिला न्यायालयों में काम बंद रखेंगे ।साथ ही तहसीलदार, नायब तहसीलदार ने फेडरेशन के साथ मांगो को लेकर हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है। इस आंदोलन में राज्य के 91 कर्मचारी अधिकारी संगठन फेडरेशन के साथ हड़ताल में शामिल रहेंगे।
सरकार सख्ती के मूड में
रायपुर, 21 अगस्त। सरकार हड़ताल पर जाने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई के मूड में है। कहा जा रहा है कि कर्मचारी नेताओं ने पहले सीएम से चर्चा में 6 फीसदी डीए के लिए सहमति जताई थी। बाद में एक खेमा अलग हो गया, और वह हड़ताल पर जाने के मूड में है।
सूत्रों के मुताबिक कुछ कर्मचारी नेता विरोधी राजनीतिक दलों के लोगों से प्रत्यक्ष, और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। इनके कारण ही हड़ताल की स्थिति पैदा हुई है। हालांकि कई संगठनों ने खुद को हड़ताल से अलग कर दिया है। कल से कई संगठन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे शासकीय सेवकों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।