बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 24 अगस्त। 2 दिन पहले जहां गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भन्डेरा के 120 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के कांग्रेस से इस्तीफा दिए जाने की बात सामने आई थी, तो वही एक पत्र भी इंटरनेट मीडिया में वायरल हुआ था। लेकिन इस मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब इसी गांव के वही ग्रामीण मंगलवार को रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जन्मदिन की बधाई देने के लिए पहुंच गए। जहां उनसे जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर, संसदीय सचिव व गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद सहित अन्य लोगों ने पूछताछ की। तो मालूम हुआ कि उन्होंने तो कोई इस्तीफा ही नहीं दिया है। आज भी उनकी कांग्रेस के प्रति निष्ठा बरकरार है। और मुख्यमंत्री के जन्मदिन के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं। पूछताछ में उक्त फर्जी इस्तीफे की पोल खोली। ग्रामीणों ने बताया कि केदार द्वारा उन्हें फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कराया गया और हमने कोई इस्तीफा दिया ही नहीं। केदार ने अपने नाम का इस्तीफा पत्र बनाकर हमारे द्वारा किए हस्ताक्षर को भी उसमें शामिल कर दिया गया। जबकि हमने उक्त हस्ताक्षर स्कूल की कुछ समस्याओं को लेकर किया था। जिसमें केदार पहले समिति से जुड़े हुए थे। लेकिन शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार के चलते उन्हें उक्त शाला प्रबंधन समिति से निकाल दिया गया है। पुराने हस्ताक्षर पत्र से यह बताया गया कि 122 लोगों ने इस्तीफा दिया है। फर्जी तरीके से तैयार किए गए इस्तीफा पत्र की सच्चाई सामने आने के बाद कांग्रेस में खलबली मची हुई है तो वहीं जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर मामले में कूट रचित दस्तावेज के जरिए इस्तीफा पत्र तैयार करने और वायरल कर अफवाह उड़ाते हुए पार्टी की छवि खराब करने को लेकर एफ आई आर दर्ज करवाने की बात कह रहीं हैं।
वहीं इस मामले में संसदीय सचिव व विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भी भंडेरा के कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देने की बात को बेबुनियाद बताया। ग्राम पंचायत भंडेरा की सरपंच खेमिन ढाले तथा उपसरपंच रमेश साहू के साथ 110 कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता मंगलवार को राजधानी पहुंचे थे। दूसरी ओर कांग्रेस के जिला एवं ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा पार्टी तथा संसदीय सचिव की छवि को धूमिल करने वालों पर एफआईआर कराई जाएगी।