बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 सितम्बर। शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 56 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस बार पुरस्कार के लिए दंतेवाड़ा जिले के शिक्षक राकेश मिश्रा (व्याख्याता एल.बी.) व टी. विजय लक्ष्मी (व्याख्याता एल.बी.) के नाम का चयन किया गया है, उन्हें आज राज्यपाल अनुसुईया उइके के हाथों सम्मान मिलेगा।
राकेश मिश्रा दंतेवाड़ा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक जाना माना चेहरा है। उन्होंने अपने मेहनत के दम पर कन्या स्कूल गीदम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। विद्यालय बच्चे भी कहते हंै कि मिश्रा सर आज विद्यालय की पहचान बन चुके हैं। आपके विद्यालय के प्रति समर्पण और सरकारी स्कूल के मौजूदा कमियों को दूर करके मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित करने की जो प्रतिबद्धता दिखाई वो अन्य विद्यालय के लिए प्रेरणा बन गई यह आप शायद इसलिए कर पाये क्योंकि आप खुद इसी नगर के सरकारी विद्यालय में शिक्षा अध्ययन किये है। नगर परिवेश हो या ग्रामीण बच्चों व पालकों को स्कूल से जोड़ लेना भी आपकी एक अद्भुत कला है जनसहयोग से आपने केवल अपने ही नहीं उन गरीब पालकों के भी सपनो में पंख लगा दिये है जो कि केवल सपना ही थे।
आपका मानना है कि विद्यालय न केवल पुस्तकीय ज्ञान को परोसने का केन्द्र है बल्कि सुखी एवं सफल जीवन जीने के लिए आवश्यक पहलू की अभ्यास का केन्द्र भी है जहां बच्चों का पुस्तकीय ज्ञान के अलावा नैतिक एवं सामाजिकता का भी विकास हो। आपके विद्यालय में जैसे ही शाला में प्रवेश करते हैं प्रार्थना सभा से ही अभिव्यक्ति कौशल , भाषण कौशल , सामान्य ज्ञान , जीवनोपयोगी नैतिक शिक्षा दी जाती है शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल, योग व्यायाम पर भी ध्यान दिया जाता है । प्रतिवर्ष स्वच्छता के लिए छोटी-छोटी टोलियां बनाकर सभी बच्चों को बारी बारी से जिम्मेदारी दी जा है और इस प्रकार बच्चों में समूह में कार्य करने की क्षमता का भी विकास किया जाता है । शासकीय कन्या हाई सेकेंडरी स्कूल गीदम के बच्चों व स्टॉफ ने उन्हें इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए बधाई दी है।
राकेश मिश्रा ने बताया कि वर्तमान विद्यालय की ताकत मेरे बच्चे हैं, जहां वे बालसुलभ बातों से मुझे कठिन से कठिन कार्यों को करने की प्रेरणा देते हैं। अध्यापन के अतिरिक्त कई शासकीय कार्य होते हैं जिन्हें हम सभी शिक्षक आपस में अतिरिक्त समय निकालकर समय से पूरा करने का प्रयास करते हैं जिससे कालखंड की पढ़ाई पढ़ाई प्रभावित ना हो।
समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित 56 शिक्षिकों में से प्रत्येक को 21-21 हजार रूपाए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50-50 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
उनको जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी बीआरसी सभी जिले के भी संकुल समन्वयकों ने बधाई दी है।