बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 सितंबर। विधायक शैलेश पांडे ने नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया से मुलाकात कर आज सीवरेज परियोजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। मंत्री ने विभाग के सचिव को इस बाबत निर्देश दिया है।
मंत्री को लिखे पत्र में विधायक शैलेश पांडे ने कहा है कि बिलासपुर नगर निगम ने सन् 2008 में सीवरेज परियोजना की शुरुआत की थी। शुरू में यह परियोजना 211 करोड़ की थी जो अब बढक़र 423 करोड़ हो गई है। परियोजना में शुरू से ही भ्रष्टाचार किया गया। इसकी ड्राइंग डिजाइन में ढेरों कमियां हैं।पूरे शहर में सिर्फ सिर्फ 6 इंच की पाइप डाली गई, जिससे पानी का बहाव संभव नहीं है। लगभग 60त्न कार्य जब पहले हुआ तो पाइप लाइन की फीलिंग मिट्टी से की गई थी, जिससे सडक़ लगातार धंसने लगी। इसके बाद रेत से फीलिंग की जाने लगी लेकिन अमानक रेत और मिट्टी से फीलिंग करने के कारण सडक़ों का धंसना लगातार जारी है। इस बार ज्यादा बारिश होने के कारण कई जगह सडक़ें धंसी हैं। सभी सडक़ों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिसका मूल कारण सीवरेज परियोजना ही है।
विधायक ने कहा कि पूर्व मंत्री ने यह परियोजना लाई थी और इसमें जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी ठेका कंपनी सिंपलेक्स है। इसकी सुपरविजन कंपनी पहले मैन हॉर्ट सिंगापुर थी। वह कंपनी काम बीच में छोडक़र भाग गई। उसके बाद किसी दूसरी कंपनी को सुपर विजन का कार्य दिया गया। उस कंपनी का कोई भी इंजीनियर नजर नहीं आता है जिसकी वजह से इस परियोजना के पूरी होने की कोई संभावना नहीं रह गई है। इस परियोजना के कारण बिलासपुर की सडक़ों की स्थिति जर्जर होती जा रही है। कई बार सडक़ों की मरम्मत के बाद भी धंसना जारी है। अतएव, परियोजना की उच्च स्तरीय जांच की जाए तथा परियोजना में जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
मंत्री डहरिया ने विधायक के पत्र पर कार्रवाई करते हुए विभाग के सचिव को जांच कर कार्रवाई करने और रिपोर्ट से अवगत कराने का निर्देश दिया है।