कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 4 नवम्बर। जिले के अंतर्गत मसाहती सर्वेक्षण हेतु चिंहित ग्रामों में से 19 ग्रामों का मसाहती सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अब उक्त सभी 19 ग्राम राजस्व ग्राम होंगे।
कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा उक्त 19 ग्रामों के किसानवार नक्शा, खसरा भाग एक एवं दो, बी-वन, अधिकार अभिलेख व निस्तार पत्रक विवरण का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है। उक्त अंतिम प्रकाशन के साथ ही नियत अवधि तक दावा-आपत्ति आमंत्रित किया गया है। निर्धारित अवधि तक प्राप्त दावा-आपत्ति का निराकरण कर इन 19 ग्रामों का प्रस्ताव राज्य शासन को प्रेषित किया जाएगा।
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार जिले में मसाहती सर्वेक्षण के लिए चिन्हीत कुल 52 ग्रामों के सर्वेक्षण हेतु प्राथमिकता के साथ कार्य किया जा रहा है। इस दिशा में अब तक 47 ग्रामों के अभिलेखों का तीन चरण में सत्यापन पूरा कर लिया गया है और उक्त 47 ग्रामों में से 38 ग्रामों के अभिलेखों का प्रारंभिक प्रकाशन किया जा चुका है। अब उक्त 38 ग्रामों में से 19 ग्रामों का सर्वेक्षण पूर्ण कर अंतिम प्रकाशन किया गया है।
निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अंतिम प्रकाशन के एक माह अवधि तक आमंत्रित दावा-आपत्ति का निराकरण के पश्चात् तहसील के मथनीबेड़ा, कोटेलबेड़ा, मरवाबेड़ा, डोंगरसिलाटी, काकराबेड़ा, हंगवा व मेड़पाल, माकड़ी तहसील के जोंधरा, गागड़ा, अमरावती, देउरबाल, किरमारी, तुर्रेबेड़ा, तुमबेड़ा एवं बेलगांव, केशकाल तहसील के नालाझर, फरसगांव तहसील के सदाड़ी, बोरगांव, बड़ेराजपुर तहसील के मानिकपुर इन सभी 19 ग्रामों का ट्रेसिंग शीट पर कम्प्यूटरीकृत नक्शा तैयार कर राज्य शासन को प्रेषित किया जाएगा। राज्य शासन द्वारा सर्वेक्षण एजेंसी आईआईटी रूडक़ी के माध्यम से अनुमोदित नक्शा को एनआईसी के जरिये भुंईया पोर्टल पर अपलोड कराया जाएगा और ये सभी 19 ग्राम राजस्व ग्रामों में शामिल हो जाएंगे।