सुकमा
जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेलों का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 26 नवंबर। जिला मुख्यालय स्थित कुम्हाररास खेल मैदान में दो दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेलों का समापन हुआ। प्रथम दिवस जहां पुरुष वर्ग के खिलाडिय़ों की खेल प्रतियोगिताएं हुई, आज समापन दिवस पर महिला वर्ग की प्रतियोगिताएं हुई। जिसमें संखली, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बिल्लस सहित 14 खेलों में तीनों विकासखण्ड एवं सुकमा नगरीय निकाय के महिला खिलाडिय़ों ने खेल कौशल का उम्दा प्रदर्शन किया। जिला स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में तीनों विकासखण्ड सहित सुकमा नगरीय निकाय के लगभग 400 प्रतिभागियों भाग लिया। जिसमें दोनो ही वर्गों के खेलों में छिन्दगढ़ और कोण्टा के खिलाड़ी विजयी रहे।
पुरुष वर्ग में 06 से 18 आयु वर्ग के खेलों- गिल्ली डंडा, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, बाटी (कंचा), 100 मीटर दौड में कोण्टा और पिट्टूल, संखली, रस्साकसी, फुगड़ी, लम्बी कूद में छिन्दगढ़ के खिलाडिय़ों ने जीत हासिल की और सुकमा शहरी ने खो-खो में जीत दर्ज की। 18 से 40 आयु वर्ग- पिट्टूल, संखली, कबड्डी, खो-खो बाटी (कंचा), और लम्बी कूद में कोण्टा तथा गिल्ली डंडा, लंगड़ी दौड़, रस्साकसी, फुगड़ी, गेड़ी दौड़ में छिन्दगढ़ और 100 मीटर दौड में सुकमा ग्रामीण विजयी रहा। 40 से अधिक आयु वर्ग में छिन्दगढ़ ने गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, बाटी (कंचा), 100 मीटर दौड एवं लम्बी कूद खेलों में जीत दर्ज की है।
महिला वर्ग में 06 से 18 आयु वर्ग के खेलों- गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, बिल्लस, फुगड़ी में कोण्टा और कबड्डी, खो-खो, बाटी (कंचा), लम्बी कूद, 100 मीटर दौड़ में छिन्दगढ़ तथा रस्साकसी में सुकमा शहरी ने जीत दर्ज की। 18 से 40 आयु वर्ग- संखली, लंगड़ी दौड़, लम्बी कूद, बिल्लस में कोण्टा तथा पिट्टूल, कबड्डी, खो-खो, बाटी (कंचा), फुगड़ी, 100 मीटर दौड में छिन्दगढ़ और रस्साकसी में सुकमा शहरी विजयी रहा। 40 से अधिक आयु वर्ग में छिन्दगढ़ ने पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, 100 मीटर दौड, बिल्लस, फुगड़ी, रस्साकसी एवं लम्बी कूद खेलों में जीत दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने जिले में ‘‘छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक‘‘ का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से हुई और इसके बाद जोन स्तर, फिर विकासखण्ड, नगरीय क्लस्टर स्तर से होते हुए जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।