बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 23 फरवरी। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में हत्या के दो मामलों में दोषियों को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
गोरैला की 60 वर्षीय ललिया बाई काशीपुरी का शव उसके लापता होने के 10 दिन बाद एक रतनजोत प्लांट में कंकाल के रूप में मिली थी। पुलिस की जांच से मालूम हुआ कि उसके साथ रहने वाले नाती राजकुमार काशीपुरी ने शराब के लिए पैसों की मांग की थी, जिसके नहीं मिलने पर उसने अपनी नानी की हत्या कर दी। पहले भी वह नानी से उसकी जमीन अपने नाम कराने के नाम पर मारपीट करता था।
गोरैला थाने के कोरजा गांव में 20 फरवरी 2021 को ईट भट्टे में काम करने वाले अजय कोल की लाश तालाब के पास मिली थी। पुलिस छानबीन से पता चला उसकी हत्या रेचकू उर्फ रमेश कोल नाम के ग्रामीण ने गला दबाकर की थी। वह लाश को तालाब के पास फेंक आया था। घटना के दिन आरोपी की पत्नी के साथ मृतक बातचीत कर रहा था। यह देख कर तैश में उसने हत्या की थी।
दोनों ही मामलों की सुनवाई एडीजे किरण थवाईत की कोर्ट में हुई। दोनों मामलों में आरोपियों को हत्या के अपराध में आजीवन कारावास तथा साक्ष्य छुपाने के मामले में 5 साल की सजा सुनाई गई है।