बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 23 फरवरी। आधे अधूरे वेतन समझौते को पूर्ण करने तथा ठेका श्रमिकों की वेतन वृद्धि की मांग को लेकर स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर दल्लीराजहरा में हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन सीटू के नेतृत्व में खदान के नियमित एवं ठेका श्रमिकों ने माइंस कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
यूनियन अध्यक्ष ने कहा कि एनजेसीएस की वर्षों से चली आ रही परिपाटी को तोडक़र बहुमत के आधार पर वेज रिवीजन, डासा एवं बोनस का एमओयू किया गया, जिसके कारण कर्मचारियों का लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं ठेका श्रमिकों को वेतन बढ़ोतरी के नाम पर फुटी कौड़ी भी अब तक नहीं दिया है। जबकि पिछले एनजेसीएस मीटिंग में प्रबंधन ने तीन माह के अंदर सभी लंबित मुद्दे हल करने का वादा किया था, लेकिन आज आठ माह बीत जाने पर भी प्रबंधन ने मीटिंग तक नहीं बुलाई है। प्रबंधन की इसी वादाखिलाफी और नकारात्मक रवैया के खिलाफ सेल के नियमित व ठेका कर्मचारियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है।
सेल के नियमित व ठेका कर्मचारियों के आक्रोश का नेतृत्व करते हुए आज स्टील वर्कर्स फेडरेशन आफ इंडिया (सीटू) के आव्हान पर पूरे सेल में यह चेतावनी धरना प्रदर्शन जारी है।
इसी परिपेक्ष में दल्लीराजहरा माइंस में धरना प्रदर्शन कर प्रबंधन को आगाह किया जा रहा है कि जल्द से जल्द नियमित कर्मचारियों के लंबित मुद्दों एवं ठेका मजदूरों के वेतन बढ़ोतरी के मामले को सुलझा लिया जाए, वरना स्थिति विस्फोटक हो सकती है।
यूनियन के सचिव प्रकाश सिंह क्षत्रिय ने कहा कि सेल प्रबंधन का रवैया बेहद भेदभाव पूर्ण है जहां अधिकारियों को लुटाने के लिए प्रबंधन के पास भरपूर खजाना है, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों को देने के नाम पर सिर्फ घाटा ही घाटा है।
प्रबंधन का यह भेदभाव पूर्ण रवैया अब कर्मचारियों को नागवार गुजरने लगा है। इसलिए सेल के कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। नियमित कर्मचारियों के कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले ठेका मजदूरों का उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान होने के बावजूद उनकी वेतन वृद्धि पर प्रबंधन द्वारा लेटलतीफी करना, यह दर्शाता है कि प्रबंधन को ठेका मजदूरों की तनिक भी चिंता नहीं है।
मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल
प्रबंधन की इस भेदभावपूर्ण नीति को समझते हुए हाल ही में बोकारो स्टील प्लांट में सीटू के नेतृत्व में 12 फरवरी को ठेका मजदूरों का विशाल कन्वेंशन आयोजित किया गया था। इस कन्वेंशन में आर पार की लड़ाई की रणनीति तय की गई है, जिसके तहत आज संघर्ष के प्रथम चरण की शुरुआत कर दी गई है। यदि जल्द ही ठेका मजदूरों के वेतन सहित नियमित कर्मचारियों के लंबित मामलों पर प्रबंधन ने सकारात्मक हल नहीं निकाला तो आगे समूचे सेल में हड़ताल जैसी कार्रवाई से भी हम पीछे नहीं हटेंगे।
प्रदर्शन के पश्चात सेल चेयरमेन के नाम मुख्य महाप्रबंधक खदान को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें तत्काल मीटिंग बुलाकर तमाम लंबित मुद्दों को हल करने की मांग किया गया।