कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 26 अप्रैल। केशकाल नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीर खान व उपाध्यक्ष बिहारीलाल शोरी की कार्यशैली से नाराज कांग्रेस व भाजपा के पार्षदों ने विगत दिनों अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। इस प्रस्ताव के बाद से केशकाल समेत कोंडागांव जिले का सियासी माहौल गरमाया हुआ है।
कांग्रेसी पार्षदों के द्वारा कांग्रेसी अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर कांग्रेस के संगठनात्मक दृष्टिकोण से भी कई सवालिया निशान खड़े हो रहे थे। हालांकि कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।
कुछ पार्षद अहम पदों पर रहने के बाद भी संगठन को सूचना न देने से पदाधिकारी नाराज, हुई बैठक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर केशकाल के पंचवटी में कांग्रेस की एक अहम बैठक आहुत की गई थी, जिसमें पीसीसी संगठन महामंत्री रवि घोष, कांग्रेस जिलाध्यक्ष झुमुकलाल दीवान सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे।
बताया जाता है कि नगर पंचायत केशकाल के कुछ कांग्रेसी पार्षद जो जिला व प्रदेश संगठन के अहम पदों पर हैं। उनके द्वारा उच्च पदाधिकारियों को बिना सूचना दिए ही कांग्रेसी नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर काफी नाराजगी जाहिर किये। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने पार्षदों से बातचीत कर उनके नाराजगी के कारणों को जाना। वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष को भी पार्षदों को साथ लेकर चलने हेतु कहा गया। साथ ही आगामी दिनों में होने वाले फ्लोर टेस्ट के संबंध में भी चर्चा की गई।
ज्ञात हो कि कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा में कांग्रेस का कब्जा है। यहां विधायक संतराम नेताम, जनपद पंचायत अध्यक्ष महेंद्र नेताम व नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीर खान हैं। तीनों ने ही कांग्रेस पार्टी के बैनर तले चुनाव लडक़र जीत हासिल की है। चूंकि छत्तीसगढ़ में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में केशकाल में कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों व संगठन के पदाधिकारियों के तालमेल बिगडऩे से कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नजर नहीं आ रहे हैं।
भाजपा पार्षदों की क्या रही होगी मंशा?
जिस प्रकार से नगर पंचायत केशकाल में 6 भाजपा पार्षद व 9 कांग्रेसी पार्षद हैं। लेकिन अचानक भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस पार्षदों को सपोर्ट किया है। क्या नगर पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी करने हेतु भाजपा इस प्रकार रणनीति रच रही है, यह तो समय आने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन अचानक भाजपा और कांग्रेस पार्षद एक होकर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना जन चर्चा का विषय बना हुआ है।
अब देखना होगा कि कांग्रेस अपने जनप्रतिनिधियों के बीच की आपसी रंजिश को दूर करने में कितना सफल हो पाता है और आगामी दिनों में होने वाले फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस व भाजपा के बीच कौन बाजी मारता है?
इस विषय पर नगर के वरिष्ठ नागरिक कनमल जैन ने बताया कि वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सरल स्वभाव के हैं, जो हमेशा सुख दुख में सभी समाज के लोगों के साथ खड़ा रहता है। कुछ असंतुष्ट पार्षदों को समय रहते मना लेना चाहिए।