धमतरी
देशहित में राजीव गांधी के फैसलों को कांग्रेस नेत्रियों ने सराहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 21 मई। क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं द्वारा पूर्व प्रधान मंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गाँधी की पुण्यतिथि मना देश के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कांग्रेस ने बलिदान देकर देश को आगे बढ़ाने का काम किया है।
कुरुद जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत मडेली में राजीव युवा मितान क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष शारदा लोकनाथ साहू ने राजीव गांधी के बलिदान दिवस पर उनके योगदान गिनाते हुए कहा कि 1990 के दशक में राजीव गांधी ने पावर टू द पीपल आइडिया को अमलीजामा पहनाने पंचायती राज व्यवस्था लागू करने का कानून बनवाया, सत्ता का विकेंद्रीकरण करते हुए पंचायती राज अधिनियम में महिलाओं को आरक्षण देकर जो ताकत दी है उसी के बदौलत मै और मेरी जैसी अन्यान्य महिलाएं चुनाव लडक़र राष्ट्र निर्माण में लगी हैं।
जिला पंचायत सभापति तारिणी नीलम चन्द्राकर ने बताया कि राजीव गांधी ने ही सबसे पहले देश को 21 वीं सदी का सपना दिखाया और उसे पूरा करने जी जान लगा दी, इसके लिए उन्होंने तकनीक क्रांति के बीज बोते हुए कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत की, उनकी सरकार ने दुसरे देशों से असेंबल मदरबोर्ड और प्रोसेसर लाने की अनुमति दी, जिससे देश में कंप्यूटर सस्ते हुए, और नारायण मूर्ति, अजीम प्रेमजी जैसे लोगों को विश्वस्तरीय आईटी कंपनियां खोलने की प्रेरणा मिली।
अजजा आयोग उपाध्यक्ष राजकुमारी दीवान का कहना है कि भारत रत्न श्री गांधी ने सत्ता के विकेंद्रीकरण के अलावा सरकारी कर्मचारियों के लिए सप्ताह में 5 दिन काम का प्रावधान लागू किया, ग्रामीण बच्चों के लिए जवाहर नवोदय विद्यालयों की शुरुआत की, भारत के सृजन में युवाशक्ति को शामिल करने उनकी मतदान उम्र सीमा 21 से घटाकर 18 साल किया गया। राजीव को यकीन था कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने में युवाशक्ति एवं तकनीक ही सक्षम है, इसलिए उन्होंने टेलीकॉम और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी-सेक्टर्स में विशेष काम करवाया। फलस्वरूप आईटी सेक्टर में आज हमारे युवा कई देशों में सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
नगर पंचायत उपाध्यक्ष मंजू प्रमोद साहू ने माना कि पढ़ें लिखे देश के युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1991 में भ्रष्टाचार और काम में होने वाली देरी की समस्या को दूर करने बड़े पैमाने पर सरकारी नियंत्रण और लाइसेंस राज को खत्म करते हुए इंकम और कॉर्पोरेट टैक्स घटा, लाइसेंस सिस्टम सरल किया, कंप्यूटर, ड्रग और टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों से सरकारी नियंत्रण खत्म कर कस्टम ड्यूटी घटा बंद अर्थव्यवस्था को बाहरी दुनिया के लिए खोल आर्थिक उदारवाद की शुरुआत की।
जिला पंचायत सदस्य सुमन संतोष साहू, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वरी थानेश्वर तारक ने बताया कि चुनाव में ईवीएम मशीनों की शुरुआत करने वाले राजीव गांधी ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री की हैसियत से दिसंबर 1988 में चीन की यात्रा कर भारत के सबसे पेचीदा पड़ोसी माने जाने वाले देश के साथ सीमा विवादों से जुड़े मसलों पर संबंध सामान्य बनाने की शुरुआत की। 1954 के बाद भारत की ओर से इस तरह की यह पहली यात्रा थी। राजीव की इस पहल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जमकर सराहना मिली।