बलौदा बाजार

संयंत्रों की गिद्धदृष्टि अब सरकारी जमीन पर, अफसरों को जानकारी ही नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 मई। शुरू से अपने स्थापना काल से विवादों में घिरे रहने वाले श्री सीमेंट संयंत्र प्रबंधन का नया कारनामा प्रकाश में आया है। संयंत्र ने जल संसाधन विभाग से बगैर अनुमति प्राप्त किए ही ग्राम भारूवाड़ीह में नवनिर्मित कॉलोनी के पीछे गुजरने वाली नहर को लोहे का गेट लगाकर बंद कर दिया है। इससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। गेट की वजह से मवेशी दूसरी ओर स्थित तालाब का पानी पीने नहीं जा पा रहे हैं।
वहीं जल संसाधन विभाग की लापरवाह अधिकारी इस बात की जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं। ग्रामीणों ने संयंत्र प्रबंधन व अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार श्री सीमेंट संयंत्र की नई रिहायशी कालोनी का निर्माण ग्राम भारूवाड़ीह में किया गया है। इस कॉलोनी के पीछे से बलौदाबाजार शाखा नहर से निकली हुई 9 नंबर सहायक नहर से ग्रामीणों के अनुसार कॉलोनी निर्माण के पश्चात संयंत्र प्रबंधन द्वारा करीब 3-4 माह पूर्व नहर के दोनों सिरों पर गेट लगाकर बंद कर दिया गया है। इस नहर का उपयोग कृषक एवं ग्रामीण अपने ग्राम ढेलकी, पुरान आदि खेतों में आवागमन हेतु करते हैं। वहीं मवेशी को भी इसी रास्ते से ग्राम भारूवाड़ीह स्थित तालाब में पानी पीने के लिए लेकर जाते हैं।
वर्तमान में गेट लगा दिए जाने वजह से ग्रामीण एवं मवेशियों को खेतों से घूम कर तलाब तक जाना पड़ता है। यदि ग्रामीण गेट खोलने की मांग करते हैं तो यहां पदस्थ सुरक्षा कर्मी द्वारा उन्हें डांट फटकार कर भगा दिया जाता है।
पूर्व में ही रोजगार से निकाले जा चुके ग्रामीण में संयंत्र प्रबंधन की मनमानी से गहरा रोष व्याप्त है। वहीं ग्रामीणों को हो रही समस्याओं के बावजूद जनप्रतिनिधि मौन हैं।
बारिश के दौरान किसान होंगे परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि श्री सीमेंट संयंत्र द्वारा बनाए गए नहर के गेट के एक ओर ग्राम ढेलकी, पुरान, खपरी व दूसरी ओर ग्राम भारूवाड़ीह, पैसरी, चापा स्थित है। धान की फसल के दौरान नहरों से पानी पिलाने नहर के फूटने पर मरम्मत अथवा हैंडअप सूचना पर कृषक इसी नहर से होकर आना-जाना करते हैं। गेट के लग जाने से इन किसानों को करीब 1.30 से 2 किलोमीटर अतिरिक्त चलकर जाना पड़ेगा।
जल संसाधन विभाग के अफसरों की लापरवाई उजागर
स्थानीय जल संसाधन विभाग के अधिकारी किस हद तक लापरवाह है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण यह प्रकरण है। इसमें शासकीय नहर पर प्रबंधन द्वारा बे रोक टोक कब्जा कर उसके दोनों सिरों पर गेट लगा दिया। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस संबंध में यह भी उल्लेखनीय है कि बलौदा बाजार शाखा नहर जिला के लगभग सभी संयंत्रों या उनके खदान क्षेत्र के समीप से होकर गुजरती है। पूर्व में कुछ प्रमुख संयंत्रों द्वारा भी नहरों का बिना अनुमति लेकर स्ट्रक्चर बना लिया गया था। स्थानीय ग्रामीणों के विरोध हुआ विभाग के हस्तक्षेप के बाद उसे हटा दिया गया था।
सीमेंट संयंत्र प्रबंधन को अवैध निर्माण हटाने कहा गया -अफसर
मामले के संबंध में विभागीय अधिकारी जल संसाधन विभाग व्ही के सिरमोर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि संयंत्र द्वारा नहर के बीचों-बीच गेट लगा दिए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। विभाग द्वारा शुक्रवार को नोटिस जारी कर सीमेंट संयंत्र प्रबंधन को अवैध निर्माण हटाने कहा गया है। यदि 7 दिवस के भीतर निर्माण नहीं हटाया गया तो विभाग स्वयं कार्रवाई करेगा। जबकि श्री सीमेंट संयंत्र प्रबंधन के अफसरों ने इस पर अपना अधिकृत बयान देने में असमर्थता व्यक्त की है।