बलौदा बाजार

वर्मी कंपोस्ट बेचकर कमाए 3 लाख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 जून। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के तहत जिला प्रशासन के सहयोग से गौठानों में ग्रामीण महिलाएं विभिन्न आजीविका गतिविधियां संचालित कर स्वावलंबन की राह पर अग्रसर हो रही हैं।
कभी महिलाओं का दूसरे के खेतों में रोजी-मजदूरी और कई महिलाएं तो घर पर ही चूल्हा-चौका में उनका समय बीतता था, लेकिन अब शासन की गोधन न्याय योजना के कारण उनको काम तो मिला है, साथ ही महिलाएं आत्मनिर्भर भी हो गई हैं।
बलौदाबाजार- भाटापारा जिले के पलारी जनपद अंतर्गत ग्राम दतान के संगवारी महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट जैविक खाद का निर्माण कर समृद्ध हो रही हैं। ग्राम दतान के गौठान में संगवारी महिला स्वसहायता समूह में 10 महिलाए जुड़ी हैं।
इस समूह की सक्रिय सदस्य सीमा ध्रुव बीए की पढ़ाई भी कर रही हैं। वे बताती हैंै कि पहले उनकी समूह की महिलाओं के पास काम नहीं था,परंतु छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के तहत गांव में बने गौठान में गोबर से खाद बनाने हेतु शेड एवं टंकी का निर्माण किया गया है।
इस गौठान में हमारे समूह की महिलाएं दो वर्षों से लगातार गोबर खाद निर्माण कर रही हैं। पहली बार में एक 1 लाख रुपए का मुनाफा हुआ है। और इस वर्ष 2023 में अभी तक 540 क्विंटल खाद बना कर 5 लाख रु का खाद सहकारी समितियों को बेच चुकी हैं। जिससे सभी खर्चे काट कर समूह की महिलाओं को दो लाख रू का मुनाफा हुआ है। इसका भुगतान भी हमारे बैंक खाते के माध्यम से हो चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि समूह की महिलाएं बताती हैं कि जबसे वे गौठान से जुडक़र काम कर रही हैं, उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी है। गोबर खाद निर्माण एवं बिक्री करने के बाद प्राप्त आय से किसी ने अपने लिए जेवर, किसी ने अपने बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ अपने एवं अपने परिवार के सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति की है।
समूह की महिलाएं बताती हैं कि समूह से जुडऩे के बाद वे आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। साथ ही अपने घर परिवार की आवश्यकताओ की पूर्ति करने में सक्षम बनी हैं। समूह की महिलाओं ने गौठान से जुडक़र स्वावलंबी बनाने हेतु प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल एवं मार्गदर्शन के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।