बीजापुर
ऑफिस में बैठकर भौतिक सत्यापन कर लाखों के आहरण का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 अगस्त। इंद्रावती टाइगर रिजर्व के पामेड़ सेंचुरी क्षेत्र में देवगुड़ी निर्माण व चारागाह में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भाजयुमो मुखर हो गई है। भाजयुमो ने आदिवासियों की आस्था और क्षेत्र के विकास में बाधक बनने वाले अफसरों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा ने बयान जारी कर कहा है कि बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व के पामेड़ अभ्यारण्य क्षेत्र के कावरगट्टा में चारागाह व इसी अभ्यारण्य क्षेत्र में देवगुड़ी बनाया जाना था। जिसमें भारी भ्रष्टाचार किये जाने की खबर समाचार पत्रों से मिली हैं। आरटीआई के माध्यम से मिले दस्तावेज और भौतिक सत्यापन से यह साफ हुआ है कि क्षेत्र में किसी भी तरह का कोई चारागाह बना और न ही कोई देवगुड़ी बनी। लेकिन सम्बंधित रेंज के अफसरों ने कार्य पूर्ण बताकर पूरी राशि आहरण कर लिया।
फूलचंद गागड़ा ने बयान में बताया है कि चारागाह के लिए 3 लाख 31 हजार 284 रुपये और देवगुड़ी के नाम पर 10 लाख रुपये का आहरण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस खेल के लिए बाकायदा फर्जी मस्टररोल फर्जी मजदूरों की एंट्री व ऑफिस में बैठकर अफसरों द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
गागड़ा ने संबंधित विभाग व जिला प्रशासन से मांग की है कि जिस तरीके से आदिवासियों के आस्था देवगुड़ी और जिले की विकास में बाधक बन रहे अफसरों पर एफआईआर दर्ज करते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग है। गागड़ा ने बयान में सवाल उठाया है कि देवगुड़ी व चारागाह बने बगैर अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन कैसे कर लिया..! जबकि स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक संबंधित स्थान पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं हुआ हैं। बावजूद सरकारी राशि का दोहन करना गंभीर कृत्य हैं।
फूलचंद गागड़ा ने यह भी आरोप लगाया है कि जिले में छोटे बड़े कार्यों के लिए राजनीतिक स्वीकृती अनिवार्य हो गया है, तो क्या इस घोटाले के खेल में राजनीतिक संरक्षण नहीं है..! गागड़ा ने इस मामले में जिला प्रशासन से संबंधित अधिकारियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की हैं।