धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 6 सितंबर। पांच सितंबर को पूरा देश शिक्षक दिवस के रूप में मना रहा है, लेकिन सरकारी उपेक्षाओं से त्रस्त प्राइवेट स्कूल के संचालकों ने शिक्षक दिवस के अवसर में शिक्षक दिवस नहीं मानने और शाला में अवकाश रखने का निर्णय लिया है एवं विरोध स्वरूप सभी संचालकों ने काला फीता बांधकर विरोध दर्ज किया।
ज्ञात हो कि मंगलवार को अपराह्न 3 बजे सभी निजी संस्थाओं के संचालकों ने प्रेस वार्ता कर अपनी समस्याओं व कार्यों को स्पष्ट करते हुए बताया कि प्रमुख कारण आरटीई के शिक्षण शुल्क का विगत 3 वर्षों से भुगतान नहीं मिलने के कारण संस्था संचालकों को गंभीर आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है इसके वजह से संस्था संचालन की व्यवस्था व्यवस्था चरमरा रही है।
राशि की भुगतान के लिए उच्च स्तर पर गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन विगत 6 माह से राशि भुगतान का सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है, तथा बार-बार जिला शिक्षा कार्यालय धमतरी व शिक्षा विभाग संचनालय रायपुर बुलाकर सभी संचालकों को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है, एवं नए-नए कारण बताकर राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है आरटीई की भर्ती प्रक्रिया के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय चरण होने के बाद भी नोडल अधिकारियों की लापरवाही एवं लिपिक की मनमानी के कारण शासन के नियमों को ताक पर रखा जा रहा है जिसके चलते अभी भी सीटें रिक्त रह गई है।
निजी विद्यालय संघ के द्वारा आगामी 14 सितंबर (पोला त्यौहार) को जिला स्तरीय धरना-प्रदर्शन व्यापक रूप से गांधी मैदान धमतरी में करने का निर्णय लिया गया है।
तथा शासन प्रशासन से सभी निजी विद्यालय संघ की ओर से गुहार लगाई जाती है कि रोकी गई आरटीई की राशि का अति शीघ्र भुगतान करने की मांग किए हैं।
इस दौरान विमल मिश्रा(अध्यक्ष),शिवराज साहू (सचिव), महमूदा खान (जिला उपाध्यक्ष), चंद्रशेखर साहू,आनंद राम साहू, एवन कुमार साहू एवं स्कूल के संचालक गण उपस्थित थे।