बीजापुर
संकुल स्तरीय राष्ट्रीय अविष्कार अभियान का आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 सितंबर। संकुल स्तरीय राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के तहत मंगलवार को संकुल केंद्र चेरपाल, पदेड़ा, रेड्डी व बीजापुर पुजारी पारा अ, डिपोपारा के संयुक्त तत्वावधान में बालक रेसिडेंशियल शाला चेरपाल व कन्या रेसिडेंशियल शाला बीजापुर में विज्ञान प्रदर्शनी, कबाड़ से जुगाड़ व क्विज़ प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में संकुल केंद्र के समस्त प्राथमिक,माध्यमिक शालाओं के बच्चों द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी, कबाड़ से जुगाड़ के मॉडल को विभिन्न स्टाल में लगाया गया था, जिसमें दल प्रभारी व नोडल शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा प्रत्येक काउंटर में जाकर बच्चों की गतिविधियों का अवलोकन किया गया।
विज्ञान प्रदर्शनी में इसरो द्वारा चंद्रयान लॉन्चिंग का प्रदर्शन, वाटर फिल्टर,हार्ट पंप,सूर्य व चंद्र ग्रहण का बच्चों द्वारा प्रदर्शन किया गया वही कबाड़ से जुगाड़ में बच्चों द्वारा जोड़ घटाव,पूर्ववर्ती-परवर्ती संख्या,छोटा-बड़ा भिन्न,दिन-माह व आकार की पहचान,चिन्हों की पहचान, मिट्टी के खिलौने, फूल पत्ती व गमले का प्रदर्शन किया गया,इसके साथ ही प्राथमिक व माध्यमिक शाला के बच्चों के बीच क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे बच्चों द्वारा प्रश्नों के जवाब दिए गए।
संकुल समन्वयक राजेश मिश्रा व राजेश सिंग ने बताया कि बच्चों में विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु राष्ट्रीय आविष्कार योजना का आयोजन किया गया है, जिसमें बच्चों द्वारा विज्ञान से संबंधित विषय वस्तु का प्रदर्शन किया जाएगा इस हेतु शाला स्तर पर बच्चों के द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शाला में चयनित बच्चे संकुल स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेंगे, फिर संकुल में चयनित बच्चे ब्लॉक में अपनी प्रस्तुति देंगे।यह प्रतियोगिता विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदा करने एवं अन्य शाला में हो रही विज्ञान की गतिविधियों का दूसरी शाला के द्वारा अवलोकन करने,बच्चे में प्रयोगों,आविष्कारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर आयोजित है।
प्रतियोगिता को सफल बनाने में सर्व शिक्षा अभियान के एपीसी वेंकट रमन एटला, डाईट प्रभारी प्राचार्य सरिता दुब्बा, नेताम सर,संकुल प्राचार्य प्रभाकर राजा शर्मा, शरद सोनवानी,प्रधान अध्यापक कमलदास झाड़ी,पालदेव हनमैया,बी.आर.अमांद,के.एन. राव, संकुल समन्वयक राजेश मिश्रा,राजेश सिंग,किरण कावरे, दिलीप दुर्गम, सुधीर नाग व संकुल के समस्त प्राथमिक/माध्यमिक शालाओं के शिक्षक/शिक्षिकाओं व छात्र छात्राओं का योगदान रहा।