बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 सितंबर। छत्तीसगढ़ में ट्रेनों का परिचालन लगातार रद्द होने एवं बुजुर्गों की रियायत खत्म करने के विरोध में कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक दिवसीय प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के अंत में कांग्रेसियों ने ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के निराकरण की मांग की। कांग्रेस प्रभारी नीता लोधी ने ट्रेनों के परिचालन लगातार रद्द होने के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। लोधी ने कहा कि देश की सबसे सस्ती व सुलभ यात्री सेवा रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करने मोदी सरकार ने षड्यंत्र रचा है। इसलिए बगैर किसी वजह के अचानक ट्रेनों का परिचालन बार-बार रद्द किया जा रहा है। यह करके मोदी सरकार लोगों में रेल सेवा की विश्वसनीयता खत्म करना चाहती है ताकि वे अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए रेलवे की सेवा को आसानी से निजी हाथों को बेच सकें।
नीता लोधी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में ट्रेनों का परिचालन खासकर रद्द किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रेलवे की यात्री सेवा को दुरुस्त बनाने बार-बार प्रधानमंत्री व रेलमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह कर चुके हैं बावजूद रेल की व्यवस्था में सुधार नहीं आया है। लेकिन छत्तीसगढ़ के साथ मोदी सरकार की यह उपेक्षा व भेदभाव अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोधी ने कहा कि भाजपा राज में रेलवे में मिलने वाली बुजुगों और छात्रों की रियायत खत्म हो गई है। किराए में बेतहाशा वृद्धि, प्लेटफॉर्म टिकट तक में कई गुना वसूली, दैनिक यात्री, सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी, पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स व कामगार नौकरीपेशा मोदी राज में उपेक्षित हैं।
3 साल में 60 हजार से अधिक ट्रेन रद्द
लोधी ने कहा आरटीआई के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद्द किया गया। वर्ष 2020 में 32757 ट्रेनें, वर्ष 2021 में 32151 ट्रेनें, वर्ष 2022 में 2474 ट्रेनें, वर्ष 2023 में अप्रैल माह तक 208 ट्रेनें निरस्त की गईं हैं।