कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 16 सितंबर। पिछले कुछ महीनों से एनएच 30 दादरगढ़ से गोल्डी ढाबा केशकाल तक की सडक़ की हालत अत्यंत जर्जर हो गई है। एनएसयूआई प्रदेश सचिव ने एनएच के ईई को ज्ञापन सौंप मरम्मत की मांग की है। अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।
जर्जर सडक़ की समस्या को लेकर एनएसयूआई प्रदेश सचिव वसीम मेमन ने राष्ट्रीय राजमार्ग कार्यपालन अभियंता जगदलपुर को ज्ञापन देते हुए अवगत कराया कि बस्तर की इकलौती लाइफलाइन है, ऐसे में प्रतिदिन इस मार्ग से बड़े-बड़े मालवाहक वाहन गुजरते हैं। जिसके कारण सडक़ों पर सैकड़ों बड़े-बड़े गड्ढे पनप चुके हैं। जिसकी वजह से नगरवासी, राहगीरों व आम जनता को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय समाचार पत्रों के माध्यम से समय-समय पर समाचार के माध्यम से आप लोगों का ध्यानाकर्षण करवाया जा रहा है। इसके बावजूद आपके विभाग की ओर से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जा रही है। खास तौर पर केशकाल घाटी की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। जिसके कारण पिछले 1 महीने में 10-15 दिनों तक जाम की स्थिति बनी है। इससे भी यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। घाट से निजात दिलवाने के लिए शुरू किया गया केशकाल बायपास मार्ग का कार्य भी कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की उदासीनता से आम जनता में खासा आक्रोश है, इसलिए जल्द से जल्द एनएच 30 केशकाल नगर से दादरगढ़ तक के सडक़ की मरम्मत करवाई जाए। यदि आगामी 7 दिवस के भीतर सडक़ का मरम्मत कार्य शुरू नहीं होता है, तो हम उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होंगे। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की होगी।
इस विषय पर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अभियंता आर के गुरु ने आश्वासन देते हुए कहा कि एक सप्ताह के भीतर जर्जर सडक़ का मरम्मत कराया जाएगा, साथ ही केशकाल घाटी के लिए टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो चुका है, जल्द ही डामरीकरण किया जाएगा।