बीजापुर

16 साल बाद बंद स्कूलों के पुन: संचालन से हजारों बच्चे को मिल रहा है शिक्षा का लाभ
26-Sep-2023 9:32 PM
16 साल बाद बंद स्कूलों के पुन: संचालन से हजारों बच्चे को मिल रहा है शिक्षा का लाभ

आत्मानंद हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में बेहतर भविष्य गढ़ रहे हंै जिले के विद्यार्थी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बीजापुर, 26 सितंबर । जिले के बीजापुर, भोपालपटनम, उसूर व भैरमगढ़ मुख्यालय में 14 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय एवं 23 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय संचालित किया जा रहा है। जिनमें अंग्रेजी माध्यम के 2524 एवं 8384 हिन्दी माध्यम कुल 10908 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। 

स्वामी आत्मानंद स्कूलों में उन्नत किस्म के क्लास रुम, डिजीटल क्लास रुम, लैब लाईब्रेयरी सहित आकर्षक माहौल तैयार किया जा रहा है। जिसमें बच्चों के सर्वागीण विकास में सहायता मिल रही है। सलवा जुडूम अभियान और नक्सली दहशत के चलते अंदरुनी व अतिसंवेदनशील क्षेत्र के 16 साल पहले बंद स्कूलों में से 199 स्कूल खोलने में जिला प्रशासन को सफलता मिली है। 

16 सालों से इन गांवों में शिक्षा की बुनियादी सुविधा नहीं होने से हजारों बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित थे जिनके हाथों में अब कापी-कलम और किताब आ जाने से उन्हें अशिक्षा के अंधकार से आजादी मिलने की राह आसान हो गयी है। ये गांव बीजापुर के अतिसंवेदनशील दुर्गम व पहुंच विहीन ईलाकों में शामिल है जहां 16 सालों बाद शिक्षा की बुनियाद फिर से रख पाना आसान नही था लेकिन शासन और जिला प्रशासन के सकारात्मक पहल व ग्रामीणों की सहभागिता ने इसे आसान बनाने मे महती भूमिका निभाई। 

बीजापुर, भैरमगढ़, उसूर व भोपालपटनम के धुर नक्सल प्रभावित गांव पेददाजोजेर, कमकानार, बुरजी, मल्लूर,पालनार, पुसनार, चोखनपाल, मेटापाल, मर्रीवाड़ा, गुज्जाकोंटा,सेन्ड्रा, पिल्लूर, मल्लेमपेंटा, उड़तामल्ला, पालागुडा, पुलादी, मडकापाल, कुंगलेर, वायनार जैसे अतिसंवेदनशील व पहुंचविहीन गांव मे 16 साल बाद फिर से खोले गये हैं, जिनमें 7122 बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़े।

इन गांवों में छ.ग. सरकार और जिला प्रशासन की मदद से गांवों के युवा बेरोजगार को ज्ञान-दूत के रुप में निश्चित मानदेय पर ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पर नियुक्त किया गया है जिनके माध्यम से इन ईलाकों में शिक्षा की रोशनी बच्चों के भविष्य को रोशन करेगी। 

बीजापुर जिले अंतर्गत सत्र 2019-20 में 51 नक्सल प्रभाव से बंद स्कूलों को खोला गया है जिसमें 12वीं उत्तीर्ण शिक्षादूतों के माध्यम से स्कूलों का संचालन किया जा रहा है जिन्हें प्रतिमाह 10 हजार मानदेय राशि प्रदाय किया जाता है वर्ष 2021-22 नक्सल प्रभाव से बंद 111 स्कूलों को खोला गया है एवं वर्ष 2022-23 में 37 स्कूल खोले गये है। वर्तमान में खोले गये स्कूलों में दर्ज संख्या 7122 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हंै। जिले में शिक्षा को प्रभावी ढंग से मजबूत करने डिजिटल क्लास रुम एवं 100 से अधिक प्राथमिक शालाओं में टीवी के माध्यम से भी बच्चों को रोचक ढंग से शिक्षा सुलभ कराया जा रहा है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news