कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 7 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री लता उसेण्डी ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं की असुरक्षा तथा मासूम बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनाओं को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर तंज कसा है।
सुश्री उसेण्डी ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि प्रियंका छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की भाषा बोल रही हैं। जहां से फर्जी आँकड़े भूपेश बघेल को मिलते हैं, वहीं से मिले आँकड़े गिनाकर प्रियंका छत्तीसगढ़ को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं।
लता उसेण्डी ने प्रियंका को याद दिलाया है कि फरवरी में जब कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में हुआ था, तब उनके (प्रियंका वाड्रा के) सचिव ने छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान करते हुए कांग्रेस की ही दलित महिला नेत्री से अभद्र व्यवहार किया था। इसकी शिकायत उनके पिताजी ने दर्ज भी कराई थी। नारी शक्ति को सशक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण संबंधी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित कराया। इसकी बधाई देने जब उक्त दलित महिला नेत्री दिल्ली कांग्रेस कार्यालय पहुंची तो फिर कांग्रेस के लोगों ने उनसे अभद्रता की।
लता उसेण्डी ने प्रियंका वाड्रा से सवाल किया कि ‘लडक़ी हूं, लड़ सकती हूं ’का नारा क्या सिर्फ जुमला है या फिर यौन उत्पीडि़त दलित महिला नेत्री को न्याय दिलवाएंगीं और अपने सचिव को सजा दिलवाएंगीं?
प्रियंका पर कई संवेदनशील मुद्दों पर भी ‘सलेक्टिव पॉलिटिक्स ’ करने का आरोप लगाते हुए लता उसेण्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में महिलाओं की स्थिति सबसे खराब है तो प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लडऩा चाहिए कि किस बात के लिए वे भरोसे का सम्मेलन, महिला समृद्धि सम्मेलन जैसी सियासी ड्रामेबाजी कर रहे हैं? प्रियंका वाड्रा अपने मुख्यमंत्री से महिलाओं के हक में लड़ें। छत्तीसगढ़ के युवाओं के हक में लड़ें। उन गरीबों के हक में लड़ें, जिनका आवास और अन्न छीना गया है।
पूर्व मंत्री सुश्री उसेण्डी ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने का कोरा जुबानी जमाखर्च करते-करते छत्तीसगढ़ में सुपर सीएम बनाने वाले मुख्यमंत्री बघेल से महिलाओं की दयनीय दशा पर चर्चा करनी चाहिए। गंगाजल की कसम खाकर किए गए शराबबंदी के वादे को दरकिनार कर महिलाओं से विश्वासघात किया गया।