बीजापुर

पर्यटकों को दिखाने स्वागत द्वार के अलावा कुछ नहीं इंद्रावती टाइगर रिजर्व में...
28-Nov-2023 4:39 PM
पर्यटकों को दिखाने स्वागत द्वार के अलावा  कुछ नहीं इंद्रावती टाइगर रिजर्व में...

पेंट उखड़ी तस्वीर में बाघ, मोर, हाथी, वन भैस करेंगे स्वागत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 28 नवंबर।
बीटीआई चौक में इंद्रावती टाइगर रिजर्व के स्वगत द्वार के अलावा रिजर्व फारेस्ट के पास कुछ नही बचा है।
सरकारी नुमाइंदे और जिले की वेबसाइट बताती है कि यह पर्यटन स्थल इंद्रावती टाइगर रिजर्व है। मगर यह बोर्ड के अलावा कुछ नही है जिले की साइट पर यह भी दर्शाया गया है कि इंद्रावती नेशनल पार्क पहुंचने के लिए हाइवे सेवा रायपुर, ट्रेन दंतेवाड़ा, बस रायपुर पड्री बीजापुर की दूरी को दर्शाया हुआ है। यह पर्यटकों को दिखाने व रुकने के लिए कोई सुविधाएं नही है।  यह राष्ट्रीय उद्यान का नाम निकटतम इंद्रावती नदी के कारण पड़ा है। 

जानकारी के मुताबिक यह दुर्लभ जंगली भैंस की आखिरी आबादी में से एक है। बताया जाता है कि लगभग 2799.08 किमी 2 के कुल क्षेत्रफल के साथ, 1981 में इंद्रावती ने राष्ट्रीय उद्यान की स्थिति और 1983 में भारत के प्रसिद्ध प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ रिजर्व को भारत के सबसे प्रसिद्ध बाघ भंडार में से एक बनने के लिए प्राप्त किया गया था। सरकार के मुताबिक इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव पार्कों में से एक है। यह लुप्तप्राय जंगली वन भैंस की आखिरी शेष आबादी में से एक का घर है। यह कुछ समय पहले बंडलवागु नेशनल हाइवे में शेर व शावक विचलन करते हुए देखा गया था। विभाग ट्रेकिंग कैमरों में कुछ जानवरों को कैद किया है। 

भैरमगढ़ के शुरुआती हाइवे और भोपालपटनम के बीटीआई चौक पा स्वागत द्वार बना हुआ है यह सिर्फ पेंट उखड़ी तसवीरे दिखाई देंगी इन तस्वीरों में शेर, हाथी, वन भैस, हिरण, मोर व अन्य जानवर दिखाई देंगे। जमीनी स्तर पर पर्यटकों को दिखाने सिर्फ बोर्ड लगाया गया है। 

एसडीओ नीतीश रावटे ने बताया कि हमारे यह 6 बाघ अभी मौजूद है, इसके अलावा 7 वन भैसा है। एसडीओ ने बताया कि पर्यटकों को दिखाने यह कुछ नहीं है, क्योंकि यह नक्सल प्रभावित इलाका है इस वजह से यह पर्यटकों के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने बताया कि यह लगभग 120 बीडग़ार्ड है और जंगलों में लगभग 50 ट्रेनिकग कैमरे लगाए गए है इन्ही कैमरों के जरिये जानवरो को विचलन करते हुए देखा जाता है।

मारे गए बाघ की अभी तक नहीं हुई शिनाख्त

कुछ महीने पहले रुद्रारम से बाघ की खाल के साथ आरोपियों को पकड़ा गया है। भोपालपटनम क्षेत्र के मद्देड बफर जोन इलाके के रुद्रारम में कुछ लोग संदिग्ध गतिविधियों के साथ देखे गए थे। इस पर टीम ने घेराबंदी की और मौके से सात आरोपियों को पकडक़र कार्यवाही की गई थी इसके बाद लगातार कार्यवाही में तकरीबन 50 लोगों को पूछताछ की है। और कुछ लोगों को जेल भी भेजा गया है। मारे गए बाघ की अभी तक कोई शिनाख्त नहीं हो पाई है एसडीओ नीतीश रावटे ने बताया कि इसकी जांच के लिए ऊपर भेजा गया है। जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि कहा कि बाघ है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह छत्तीसगढ़ का ही बाघ होगा।

 

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