बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 दिसंबर। बस्तर जिला अंतर्गत कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जैवविधता , घने जंगलों के साथ-साथ यहां पाये जाने वाले लाईम स्टोन की गुफाए , तीरथगढ़ जलप्रपात एवं स्थानीय आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है, छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी बस्तर पहाड़ी मैना के रहवास के साथ यहां दुर्लभ प्रजातियां जैसे माऊसडियर, जंगली भेडिय़ा जैसे अनेक वन्यप्राणी पाये जाते हैं।
वन्यप्राणी संरक्षण की दिशा मे राष्ट्रीय उद्यान द्वारा लगातार ग्रामीणों के साथ मिलकर लगातर कार्य भी किया जा रहा है। बस्तर के इस प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए स्कूल एवं कालेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों में जागरूकता तैयार करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उद्यान द्वारा शैक्षणिक भ्रमण आमचो रान आमचो जीवना की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
बस्तर संभाग के स्कूल एवं कालेज के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन शैक्षणिक भ्रमण हेतु आमंत्रित करता है।
शैक्षणिक भ्रमण की अधिक जानकारी हेतु इस कार्यालय के नोडल अधिकारी कमल नारायण तिवारी, स.व.सं., कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, जगदलपुर से 9407799049 पर सुबह 10 बजे से 5 बजे तक संपर्क सम्पर्क कर सकते हैं।