बिलासपुर

वनमाली पीठ में वरिष्ठ रचनाकारों ने किया कविता पाठ, चंद्रा की किताब का विमोचन
02-Jan-2024 8:18 PM
वनमाली पीठ में वरिष्ठ रचनाकारों ने किया कविता पाठ, चंद्रा की किताब का विमोचन

साहित्य और पत्रकारिता का संबंध घनिष्ठ-दिवाकर मुक्तिबोध

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 2 जनवरी। वनमाली सृजन पीठ में काव्योत्सव का आयोजन किया किया गया। इस अवसर पर दिवाकर मुक्तिबोध, बलदेव राम साहू, केवल कृष्ण पाठक सहित प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार विशेष रूप से उपस्थित थे। अतिथियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया, और कविताओं पर अपने विचार साझा किए।

इस अवसर पर युवा लेखक, एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा की पुस्तक ‘मुझमें दिल्ली बसता है’ का विमोचन किया गया।

कथा, कहानी, रचनाओं के निरंतर पठन-पाठन का सिलसिला वनमाली सृजन पीठ में जारी है। इस आयोजन के पूर्व कथा बैठकी की भी की गई थी। इसमें प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकारों ने शिरकत की और अपनी कहानियों का पाठ भी किया। इसी क्रम में वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध ने कहा कि साहित्य और पत्रकारिता का घनिष्ठ संबंध है लेकिन दोनों ही बेपटरी हैं। जिस प्रकार देश में असहिष्णुता का माहौल है इन खतरों से सामना करने का जितना दायित्व पत्रकारों का है उतना ही दायित्व साहित्यकारों का भी है। आज के दौर में पाठक कम हैं।

केवल कृष्ण पाठक ने अपनी पुस्तक ‘गजल की बात, गजलों के साथ’ कुलपति और कुलसचिव को पुस्तक भेंट की। प्रथम सत्र में कविता पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें कल्पना कौशिक, रचना पाल, अनु चक्रवर्ती, गंगाधर पटेल, राजेश मानस, शरद यादव, डॉ ललित द्विवेदी, मनीष भारद्वाज, राजेंद्र मौर्य, केशव प्रसाद पूर्णिमा तिवारी ने अपने सुमधुर कविता से समां बांध दिया।

डॉ. देवघर महंत ने प्रार्थना कविता से सुंदर प्रस्तुति दी। सनत तिवारी ने छत्तीसगढ़ी कविता महतारी मोर सृष्टि के रचना से प्रस्तुति दी। केदार दुबे ने नए वर्ष के उपलक्ष में अपनी कविता प्रस्तुत की।

 बलदेव राम साहू ने ‘लगता है अब इस धरती में कोई भगवान रहेगा’ अपनी श्रद्धा को व्यक्त किया। अजय पाठक नवगीतकार ने अपनी कविता ‘जिसके सपने अधिक सुहाए उसे वोट दे आई के माध्यम से चुनावी प्रपंच और नेताओं द्वारा दिए गए प्रपंच को व्यक्त किया गया।

अध्यक्षयीय उद्बोधन में बुधराम यादव ने छत्तीसगढ़ के प्रति माया के प्रति अपने प्रेम को कविता द्वारा प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने किया। कविता के तीनों सत्रों की अध्यक्षता बलदाऊ राम साहू ने की। कार्यक्रम का संचालन महेश श्रीवास ने किया।

कार्यक्रम में शहर के साहित्य प्रेमी एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

इस अवसर पर उपस्थित डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय के कुल सचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि हम स्थानीय स्तर से लेकर वैश्विक स्तर तक हिंदी के कथाकार ,कहानीकार, रचनाकार को मंच प्रदान कर रहे हैं। इसी क्रम में कुछ दिन पूर्व भोपाल में विश्व रंग का 2023 आयोजन किया गया था। इसमें 54 देश से भी अधिक के रचनाकार उपस्थित थे। निश्चित रूप से आने वाले समय में हम हर रचनाकार तक पहुंचेंगे।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि वास्तव में जिस रचना, कहानी, काव्य को हम पढ़ रहे होते हैं, कहीं ना कहीं पर रचनाकार उसे जी चुका होता है।

उन्होंने कहा कि आज के युग में हम जिस गति से तकनीकी में आगे बढ़ रहे हैं, उसी तरह से हमारे कुलाधिपति कला, साहित्य और संस्कृति को लेकर चल रहे हैं।

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