बस्तर
पंपों में नहीं मिल रहा है पेट्रोल-डीजल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 2 जनवरी। सडक़ हादसे को लेकर आये नए कानून के चलते वाहन चालकों से लेकर बस चालक इस नियम को बदलने को लेकर अड़ गए हैं, जिसके चलते लोग सडक़ पर आकर विरोध कर रहे हैं, साथ ही शहर के अधिकांश हिस्सों में ऑटो चालकों के द्वारा अपनी वाहन को खड़ा कर दिया गया है, जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही पेट्रोल पम्प ऑपरेटरों के द्वारा पेट्रोल डीजल नहीं देने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,
मंगलवार को शहर में नेशनल हाईवे माडिऩ चौक में बस चालकों के साथ ही ऑटो चालकों के द्वारा केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए भारतीय न्याय संहिता की धारा 279 को जन विरोधी तथा परिवहन व्यवसाय व आम लोगों के प्रतिकूल बताते चक्काजाम कर रहे वाहन चालकों- मालिकों को अपना समर्थन दिया।
इस कानून के खिलाफ चालकों ने दो दिन से मोर्चा खोल रखा है। उनका कहना है कि किसी भी वाहन को चलाने वाला कभी नहीं चाहता कि कोई दुर्घटना घटित हो, यदि आकस्मिक तौर पर भी ऐसा होता है तो इसकी सजा उसे भुगतने का कानून बनाया गया है, जो पूरी तरह से गलत है। सरकार को तत्काल राष्ट्र हित में इस कानून को वापस लेना चाहिए।
इस मामले को लेकर रेलवे स्टेशन के पास ऑटो चालको के द्वारा अपनी ऑटो को खड़ा कर दिया गया, जिसके कारण यात्रियों को पैदल ही जाना पड़ रहा है, वहीं कुछ ऑटो चालक अगर वाहन चलाते हुए दिखाई देने पर उसे रोककर उसमें सवार यात्रियों को उतारने के साथ ही ऑटो चालकों को समर्थन देने के लिए खड़ा कर लिया जा रहा है, इन सबके अलावा शहर के अधिकांश पेट्रोल पम्प पेट्रोल डीजल ना होने की दुहाई देने में साथ ही वाहन चालकों को लौटा दिया जा रहा है।