बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जनवरी। परीक्षा पर्व के उपलक्ष्य में शासकीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण बस्तर (डाइट) जिला बस्तर संस्थान में मोटिवेनशनल ट्रेनर व कॅरियर गाईड सुमन कार्तिक ने यहाँ हम लोगों को परीक्षा पर्व के बारे में बताया।
कार्यक्रम के पूर्व सर्वप्रथम माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं पूजा-अर्चना कर फूल और संस्कृति वृक्ष के ऊपर जल अर्पित करने के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। परीक्षा के महत्व के बारे में बताये, परीक्षा में किस प्रकार से हम चिन्ता मुक्त रह सकते हैं और चिन्ता मुक्त के साथ हम परीक्षा दे सकते हंै, इसके बारे में बहुत बारीकी से जानकारी दी।
जीवन का जिन्दगी में क्या महत्व है किस चीज को महत्व देना चाहिये, किस चीज को महत्व नहीं देना चाहिये इसके बारे में बताते हुये वर्तमान समय के बारे में बताया कि भविष्य होता नहीं है, भविष्य कभी नहीं आता, भविष्य वर्तमान का दूसरा रूप है। अगर आपका वर्तमान सही है तो आपका भविष्य भी सही होगा। अगर आपका वर्तमान सहीं नहीं है तो भविष्य भी सही नहीं होगा और यही सारी चीजों को बताने के बाद कार्तिक सर ने बताया कि यह सारा चीज होता है। अनुशासन से अनुशासन 100 फीसदी प्रतिशत प्रमाणित है। अगर अनुशासन में रहकर आप कोई भी कार्य करते हैं तो 100 फीसदी प्रतिशत वह कार्य हो जाता है। जो चीज कार्तिक सर ने बताया वह सारी चीजों को आपको फॉलो करना है फिर आपको परिणाम शत् प्रतिशत आयेगा ही और इसमें कोई संदेह नहीं है।
इस अवसर पर सुभाष श्रीवास्तव वरिष्ठ व्याख्याता, गोदावरी यदु वरिष्ठ व्याख्याता, श्रीका घनश्याम नाग वरिष्ठ व्याख्याता, भाजीराम मौर्य वरिष्ठ व्याख्याता, बेनूराम मौर्य वरिष्ठ व्योंख्याता और कार्यालयीन सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन घनश्याम नाग वरिष्ठ व्याख्याता के द्वारा किया गया एवं भाजीराम मौर्य वरिष्ठ व्याख्याता के द्वारा आभार व्यक्त किया गया।