दुर्ग
भिलाई नगर, 9 फरवरी। एमआर फिल्म के निर्देशक मनोज राजपूत की फिल्म गांव के जीरो शहर मा हीरो 9 फरवरी को रिलीज हुई।
इस फिल्म की कहानी एक ऐसी जीवन गाथा से है जो खजरी गांव में रहने वाले व्यक्ति (मनोज राजपूत) को समाज द्वारा शून्य रूपी माना जाता है, और वह उस तिरस्कार रूपी शून्य स्थान से आज समाज में अपना एक नाम, पद प्रतिभा एवं प्रतिष्ठा तक का सफर तय करता है, अपने लक्ष्य तक पहुंचता है। जिन्हें समाज की नजरों में हीरो बोलना अतिश्योक्ति नहीं होगी।
मनोज राजपूत द्वारा इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है कि जीवन के किसी भी समस्या का सामना करते हुए अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही विभिन्न पोस्टर द्वारा समाज में नवयुवकों को जागृत किया जा रहा है कि समुद्र रूपी जीवन में कैसे भी दु:ख, दर्द एवं उथल-पुथल हो, किसी भी स्थिति में हार नहीं मान कर जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
यह बातें पत्रकारवार्ता में मनोज राजपूत ने कही। उन्होंने सभी छत्तीसगढ़वासियों से निवेदन किया है कि इस संघर्ष रूपी जीवन गाथा पर बनी फिल्म को अधिक से अधिक संख्या में देखें और अपना प्यार दें।