बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,17 मार्च। जिले में गर्मी से पहले अधिकांश तालाब व जलाशयों सूखने लगे हैं। बलौदाबाजार डिवीजन के 26 जिला जलाशयों में से 16 में बूंद भर पानी नहीं है। जो स्थिति अप्रैल-मई में होती थी, वह मार्च में होने लगी है। पहले अप्रैल के बाद जल स्तर गिरता था मगर इस बार मार्च में ही जल स्तर 350 फीट के नीचे चला गया है। 26 जलाशयों में औसत 10 फीसदी से भी कम पानी है। पिछले साल इस अवधि में 22 फीसदी से अधिक भराव था। आगे अप्रैल मई माह का सामना करना बाकी है इसमें परेशानी और बढ़ेगी।
कुओं के बाद अब तालाब भी अपना अस्तित्व खोते जा रहे
बलौदाबाजार डिवीजन के सबसे बड़े बांध छुईहा में महज 50 फीसदी ही पानी बचा है जो पिछले 5 साल में सबसे कम है। 26 जलाशयों में से सिर्फ यही एक जलाशय है जहां 50 फीसदी पानी बचा है बाकी जलाशयों में 8 से 43 फीसदी ही पानी शेष है। शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र जलाशय तालाब एनीकट और कुए भूजल स्रोत बढ़ाने का एक बड़ा माध्यम है जिस पर प्रशासन ने कभी ध्यान नहीं दिया। कुओं के बाद अब निस्तारी के बाद बहुत बड़े स्रोत तालाब भी अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं।
अधिकांश पुराने तालाब अस्तित्व में नहीं
इस बार गर्मी से पहले ही पानी की समस्या होने लगी है। बलौदाबाजार सब डिवीजन में कुछ 70 गांव हैं और इसमें से 50 गांव इन जलाशयों के सूखने से प्रभावित हो गए हैं। इन्हीं जलाशयों की 6000 हेक्टेयर में खेतों की सिंचाई होती है। इन गांवों के अधिकांश पुराने तालाब अस्तित्व में नहीं है। गिरते जल स्तर से निस्तारी की समस्या बनी हुई है। कुएं जलाशय सहित विभिन्न जल स्रोत बड़ी तेजी से सूख रहे हैं।
चार नदियां दो नाल फिर भी पानी के लाले
जिले में अधिकांश जलाशय मुरूम भूमि के हैं। ऊंचे स्थान वाले जलाशयों का पानी गर्मी आते ही रिसाव होने लगता है। ढलाऊ जमीन से पानी टिक नहीं पता जिले में महानदी शिवनाथ जोक प्रमुख नदियां हैं। बलमदेसी सहायक नदी जमुनिया व खोरसीनाले भी प्रमुख है। 2000 से अधिक तालाब 1900 से अधिक डाबरी 19000 कुएं जल स्रोत है पर गर्मी में कई स्थानों पर निस्तार की समस्या होती है।
बलौदाबाजार जिले के इन गांव में ज्यादा है जल संकट
अप्रैल के पहले ही तापमान में वृद्धि हुई है। इससे जल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। जिले के अहिलदा चांगोरी पैसर अमलीडीह खमहरिया बाजार भाटा करदा कोरिया तिल्दा लाटा सिरियाडीह डोंगरी चिचिरदा पंडरिया पैजनी जुरा लाहोद मुंडा चरोदाभाटा गिंडोला कारी सरवाड़ीह कोसाही जामडीह कोहरौद धाराशिव बहानपुर अमलडीहा में पेय जल संकट आ रहा है। तालाबों का पानी सूख चुका है कहीं थोड़ा बहुत पानी है तो वह निस्तारी के लायक नहीं बचा है।
पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा गिरावट
सिंचाई विभाग के अनुभागीय अधिकारी ए के सिंह का कहना है कि पिछले साल की अपेक्षा जलस्तर अधिक गिरा है। मुरूम भूमि वाले जलाशय सूख चुके हैं, जबकि मिट्टी भूमि वाले कुछ जलाशयों में पानी है।