बलौदा बाजार
बलौदाबाजार, महासमुंद व वन विकास निगम की टीम कर रही निगरानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार,18 मार्च। पखवाड़े भर से महासमुंद और बलौदाबाजार जिले में बाघ देखने की चर्चा चल रही है। वहीं बलौदाबाजार जिले के लवन रेंज जहां वन विकास निगम का क्षेत्र आता है, उस जंगल में बाघ के विचरण करने की पुष्टि अधिकारी कर रहे हैं। क्योंकि बाघ को महासमुंद के क्षेत्र में सडक़ पार करते राहगीरों ने देखा और उसका वीडियो भी बनाया था।
इसके बाद विभाग ने अभियान शुरू किया, तब बाघ महासमुंद जिले में था। इसके बाद महासमुंद व बलौदाबाजार जिला वन विकास निगम की संयुक्त टीम गठित कर बाघ की सही जानकारी लेने वहां कैमरे लगाए गए। जहां बाघ के आने की संभावना है।
वहीं अभी तक तो विभाग को बाघ की तस्वीर नहीं मिली है। मगर ट्रैकिंग टीम बाग के दर्जनों पद चिन्ह देखकर खुश है। जिसका लगातार अपडेट विभाग को दे रही है। वहीं घना जंगल जहां पर बाघ का मूवमेंट है। उससे क्षेत्र के ग्रामीणों को अंदर और अकेले आने जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
लगातार विभाग मुनादी करवा रही है। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। जंगल के आसपास रहने वाले गर्मी के दिनों में जंगल में तेंदूपत्ता तोडऩे, महुआ बीनने, जलाव लकड़ी, जड़ी बूटी लाने जाते हैं, उसे जाने से मना किया है।
बाघ और हाथी एक ही जंगल में, इसलिए विभाग भी सतर्क
वहीं बलौदाबाजार जिले और वन विकास निगम के घने जंगल में एक दंतेल हाथी और एक बाघ दोनों विचरण कर रहे हैं। जिससे जंगल के अंदर जाना जोखिम भरा है। क्योंकि हाथी भी कभी खतरनाक है।, जो झुंड से बिछड़ कर घूम रहा है। वहीं बाघ भी इन दोनों इसी जंगल में है।
वन विकास निगम के जंगल में बाघ का मूवमेंट
बलौदाबाजार जिले के डीएफओ मयंक अग्रवाल ने कहा कि बाघ का मूवमेंट है, निगरानी रखने तीन टीम बनाई है। एक टीम बाघ की ट्रेनिंग कर रही है। दूसरी स्थानीय टीम गांव और जंगल के आसपास निगरानी कर ग्रामीणों को सतर्क कर रही है। तीसरी टीम राष्ट्रीय बाघ नियम की गाइडलाइन का पालन करते हुए उसे पर काम कर रही है। वहीं जंगल के अंदर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। संदेही व्यक्ति के प्रवेश पर भी नजर रख रहे हैं।