बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 28 मार्च। विकासखंड स्तरीय खिलौना आधारित एक दिवसीय प्रशिक्षण विकासखंड स्त्रोत समन्वयक कार्यालय भाटापारा में 27 मार्च को संपन्न हुआ।
इस प्रशिक्षण में विकासखंड भाटापारा स्थित समस्त प्राथमिक शालाओं से एक-एक शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था। इस प्रकार कुल 135 शिक्षक-शिक्षिकाओं को खिलौना शिक्षण शास्त्र के अंतर्गत यह प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण प्रदाता में प्रमुख रूप से शा.प्रा. वि. लमती से कन्हैया साहू, शा.प्रा. शा. देवरी से अभिलाषा शर्मा एवं प्रभा मरावी, शा. प्रा.शा. निपनिया से मीना सोनी तथा लाल बहादुर शास्त्री शा. प्रा. शा. से प्रमोद वर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक वि.खं. स्त्रोत समन्वयक श्री लेखराम साहू जी थे जो पूरे प्रशिक्षण अवधि तक उपस्थित रहे। वि.खं. शिक्षा अधिकारी रामपाल जी का मार्गदर्शन एवं स्नेहाशीष इस प्रशिक्षण हेतु प्राप्त हुए।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से नासिर सिद्धिकी जी भी प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण के विषय पर आवश्यक जानकारी साझा किए। प्रशिक्षण में समूह कार्य के अंतर्गत उपस्थित सभी प्रतिभागियों से पाठ्यक्रम के अनुसार आवश्यक एवं उपयोगी खिलौना निर्माण कर प्रदर्शन करवाया गया। सभी ने बड़े ही आनंदपूर्ण और तत्परता से अपने कार्य किए।
राष्ट्रीय शिक्षानीति 2020 के अनुसार खेल एवं खिलौनों से रोचक शिक्षा प्रदान करने की बात कही गई है। बच्चों के सबसे रुचिकर वस्तु खिलौनों से खेल-खेल में नियमित उपस्थिति, आकर्षक वातावरण, नेतृत्व क्षमता, सहभागिता, सामुदायिकता, चुनौतियाँ, सूक्ष्म अवलोकन, वर्गीकरण, मिलान, पहचान, तार्किकता, जिज्ञासा, कल्पनाशीलता, जीवन कौशल आदि की पूर्ति सहजता से हो जाती है। बच्चों को खिलौने सहज आकर्षित करते हैं अतएव वे आसानी से विद्यालय में ठहरते हैं। स्वदेशी खिलौनों से शिक्षा, संस्कार तथा अपनी संस्कृति को संरक्षित करने के साथ-साथ समग्र विकास को भी इससे बल मिलता है। सभी शालाओं में जादुई पिटारा की उपलब्धि एवं उपयोगिता सुनिश्चित करने की सलाह दी गई। अंत में उपरोक्त सभी कारणों से इस प्रशिक्षण का आयोजन कर विद्यालय स्तर पर कार्य करने की बात कही गई।