बेमेतरा
तीन माह बाद भी नहीं दी जांच रिपोर्ट, सार्वजनिक करने हो रही मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा,8 अप्रैल। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के नाम पर अधूरा रंग रोगन, अधूरे कार्य, कमरों में बिखरा पड़ा समान, उखड़े प्लास्टर, गोदाम में तब्दील स्कूल नजर आ रहे हैं। स्कूलों की मरम्मत के नाम पर हुए फर्जीवाड़ा पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की फटकार के बाद बनी जांच टीम ने तीन महीने बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं दी। अब रिपोर्ट सार्वजनिक करने मांग हो रही है।
रेत डालकर रफूचक्कर
धनगांव में अधूरे स्कूल भवन के निकट एक ट्रक रेत डालकर काम छोड़ दिया गया है। वैसे अब तक की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए समाज सेविका भारती गंधर्व ने कहा कि स्कूल जतन योजना के नाम पर पुट्टी टाइल्स की जो स्टीमेट तैयार की गई, यह घोटाले की कोठी है। पुट्टी कितने बार हुई, घिसाई किसने किया टाइल्स की भौतिक सत्यापन कैसे किया गया, बिजली के नाम पर कितने का भुगतान हुआ, इसके लिए तो एक जांच टीम राज्य स्तर पर बनना चाहिए।
गंधर्व ने कहा कि जितनी राशि में मरम्मत हुई, उतने में तो दर्शनीय स्कूल भवन बन जाते। स्टीमेट बनाने के पीछे मकसद क्या था, यह धरातल पर दिख रहा है। जिस दिन स्कूल मरम्मत की राशि जारी हुई, उसी दिन तत्कालीन कलेक्टर ने निगरानी के लिए जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी थी, वे आज तक क्या रिपोर्ट दिए, इस पर रिपोर्ट सार्वजनिक होना चाहिए।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि मारो में स्कूल भवन मरम्मत एवं मंत्री के निर्देश पर बनी जांच टीम की रिपोर्ट पता करता हूं।