कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 11 अप्रैल। 188 बटालियन सी.आर.पी.एफ. द्वारा 9 अप्रैल को मुख्यालय चिकलपुट्टी, कोण्डागांव के प्रांगण में शौर्य दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सुबह 10 बजे कमाण्डेन्ट भवेश चौधरी द्वारा क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली गई एवं सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें जवानों को सम्बोधन के दौरान केरिपुबल के शौर्य दिवस को गाथा एवं वीर जवानों के पराक्रम/शौर्य को याद किया गया व वाहिनी के पदक विजेताओं को सम्मानित किया गया।
शौर्य दिवस में उपस्थित सभी राजपत्रित अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं सभी बहादुर जवानों को शौर्य दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए शौर्य दिवस के बारे में यह बताया कि 9 अप्रैल 1965 में गुजरात के कच्छ के रण में सरदार व टाक पोस्ट पर तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कार्मिकों ने पाकिस्तानी सेना की इन्फेन्ट्री ब्रिगेड के नियोजित आक्रमण को निष्फल कर दिया, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 34 जवान मारे गए थे और 4 जवानों को जीवित पकड़ लिया गया था। सैनिक लड़ाई के इतिहास में यह एक अद्वितीय शौर्य है, जिसमें अर्धसैनिक बल की एक छोटी सी टुकड़ी के जवानों ने एक पूरे ब्रिगेड से लड़ते हुए अपनी पोस्ट को बचाए रखा ।
शौर्य दिवस के अवसर पर कमाण्डेन्ट भवेश चौधरी द्वारा वाहिनी में पदस्त पराक्रम पदक विजेता कार्मिकों को सम्मानित कर उपहार से नवाजा गया एवं जवानों के उज्जवल भविष्य व बल के लिए अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद वाहिनी के सभी कार्मिकों को शपथ दिलाई कि हमेशा अपने ड्यूटी एवं संविधान तथा देश के प्रति पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करेंगे ।