खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 2 मई। खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम झुरानदी में आयोजित श्रमिक सम्मेलन में विधायक यशोदा नीलांबर वर्मा श्रमिकों के साथ बोरे-बासी का स्वाद लिए। चटनी, भाजी, प्याज के साथ बोरे-बासी त्योहार में सामूहिक भोज का आयोजन हुआ।
खैरागढ़ विधायक श्रमिकों के उत्साह के साथ बोरे-बासी त्योहार में शामिल होने की अपील की थी। विधायक ने कहा की इस दिन को मेहनत के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। मजदूर के बिना किसी भी समाज या राष्ट्र की उन्नति की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन हमारे प्रदेश में यह दिवस इसलिए और भी खास है क्योंकि हमारा प्रदेश किसानों, आदिवासियों और मजदूरों का प्रदेश है। श्रम का सम्मान करने और श्रम का उत्सव मनाने के लिए 01 मई को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
खैरागढ़ विधायक ने बताया कि बोरे बासी के फायदे - छत्तीसगढ़ की संस्कृति में बोरे बासी का बड़ा महत्व है, किसानों और श्रमिकों के साथ आम छत्तीसगढिय़ा लोगों का भी यह बड़ा प्रिय आहार है, अपने पौष्टिक गुणों और स्वाद के कारण यह हमारी लोक- संस्कृति में रच-बस गया है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है, बोरे-बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। गर्मी के दिनों में बोरे-बासी शरीर को ठंडा रखती है।
इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष आरती महोबिया, ग्रामिण ब्लॉक अध्यक्ष आकाशदीप सिंह गोल्डी, शहर ब्लॉक अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, रामकुमार पटेल, मोती जंघेल, प्रियंका जंघेल, नीना विनोद ताम्रकार, नीलांबर वर्मा, अशोक जंघेल, लिखन जंघेल, कामदेव, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और मजदूर शामिल रहे।