मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
![अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/17182065832-2.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 जून। एमसीबी जिले के मनेंद्रगढ़, खोंगापानी और चिरमिरी में एसईसीएल के आवासों में अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को मुक्त करने की कार्रवाई जिला प्रशासन, एसईसीएल हसदेव एवं चिरमिरी के संयुक्त प्रयास से किए जाएंगे। इसके लिए एसईसीएल के जिन आवासों में अतिक्रमण किया गया है, उनका चिन्हांकन भी कर लिया गया है।
दरअसल नवगठित जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में शासकीय कर्मचारियों के निवास हेतु आवास निर्माण का प्रस्ताव शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन है, जिसके क्रियान्वयन में कुछ साल लगने की संभावना है। वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में एमसीबी जिले में मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज अस्थाई कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय में जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रियाधीन है।
चिरमिरी जिला चिकित्सालय, हॉर्टिकल्चर कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज उक्त सभी कार्यालयों में जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पदस्थापना होगी, उनके लिए निवास सुविधा उपलब्ध कराना आवश्यकता है। आज की स्थिति में नवगठित जिला प्रशासन के 50 प्रतिशत से अधिक अधिकारी, कर्मचारी निजी आवास में किराये पर निवासरत हैं। एसईसीएल के आवासों को अतिक्रमण मुक्त करने की चरणबद्ध कार्रवाई में पहले चरण में ऐसे आवास का चिन्हाकंन किया गया है जिनमें एक से अधिक आवास एक ही व्यक्ति के नाम से है, जिनको आंबटन किया गया पर उनके द्वारा किसी और को अनाधिकृत ढंग से किराया दिया गया है, जिनका मूल निवास मनेंद्रगढ़, खोंगापानी तथा चिरमिरी में है, जिनका स्थानांतरण हुआ है, लेकिन आवास खाली नहीं किया है तथा जो निवास क्वार्टर को कमर्शियल उपयोग कर रहे हैं।