सरगुजा
![न एनओसी न ग्रामसभा की सहमति, सर्वे कर खनिज उठाने की तैयारी में निजी कंपनी न एनओसी न ग्रामसभा की सहमति, सर्वे कर खनिज उठाने की तैयारी में निजी कंपनी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718981485-0023.jpg)
जल जंगल जमीन खनिज बचाने दल गठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 21 जून। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामचंद्रपुर ब्लॉक अंतर्गत इंद्रावतीपुर में कुछ कंपनियों के द्वारा खनिज का सर्वेक्षण का मामला सामने आया है। ग्रामीणों द्वारा कंपनी से सर्वे के प्रमाण मांगे जाने पर चुप्पी साध ली।
ग्रामीणों ने बताया कि कंपनी द्वारा ग्रामीण की निजी भूमि पर चूना गिरा रही व मशीन से सर्वे का काम शुरू कर रहे थे। जैसे ही लोगों ने देखा तो भूस्वामी के द्वारा एग्रीमेंट, पंचायत प्रस्ताव, एनओसी दिखाने को कहा,किंतु कंपनी के द्वारा कोई कागजात नहीं दिखाया गया। जैसे ही लोगों ने मोबाइल कैमरा चालू किया तो उन्होंने वीडियो नहीं बनाने की सिफारिस करते हुए चले गए।
सूचना के बाद सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभाग जिला अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता अमित सिंह मौके पर पहुंचे। लोगों ने बताया कि दो-तीन साल के अंदर कई ट्रक खनिज का उठाव हो चुके है। फिर से खनन के लिए सर्वे करने आए थे। भविष्य को देखते हुए अमित सिंह ने जल जंगल जमीन और खनिज बचाने के लिए दल का गठन किया है।
श्री सिंह ने कहा कि कंपनी के पास ग्राम पंचायत का एनओसी,ग्राम सभा का प्रस्ताव और निजी भूस्वामी का एग्रीमेंट नहीं है, लोगों के जमीन पर सर्वे कराना और खनिज उठाने की तैयारी हो रही है यह गांव के लोगों की जीविका में प्रहार है। गांव के लोग खेती पर निर्भर रहते हैं, दिनों दिन लोगों के पास खेती का जमीन कम होते जा रहा है जिससे लोगों की आजीविका खत्म हो जाएगा। हमारा दल जल,जंगल,जमीन और खनीज को बचाने के लिए सदैव तैयार रहेंगे।
सिंह ने बताया कि प्रधान मंत्री ग्राम सडक़ योजना के सडक़ से 10 मीटर बगल में खनिज का उठाव हुआ है। ग्राम के कच्ची सडक़ से 2 मीटर किनारे गड्ढा खोद कर खनिज का उठाव हुआ है। जो कि छत्तीसगढ़ राजपत्र में प्रकाशित गौण खनिज नियम 2015 के विरुद्ध है। कंपनी के खनिज उठाने के बाद 25 से 40 फीट तक गड्डा छोड़ दिया गया है, जिसमें ग्रामीण मधु सिंह के गाय गिर कर मर चुकी है। उस रास्ते लोगों का आवागमन बना रहता है जिससे बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है।
बगैर सहमति के किसी प्रकार नहीं होगा कार्य- सरपंच
ग्राम पंचायत के सरपंच मोहन सिंह ने कहा कि मुझे किसी प्रकार लिखित सूचना नहीं दिया गया,गांव के बगैर सहमति बिना खनीज उत्खनन, पूर्वेक्षण कार्य नहीं होगा।
ग्रामीणों के सवाल पर तहसीलदार मौन
समझाइश देने वर्तमान रामचंद्रपुर के तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। ग्रामीणों ने निजी भूस्वामी के बगैर एग्रीमेंट, ग्राम सभा का बगैर सहमति पर हो रहे कार्यों पर तहसीलदर से सवाल किए तो मौन रहे। ग्रामीण आक्रोशीत हुए, जिसके बाद मौके से तहसीलदार चले गए।