रायगढ़
![फर्जी खाते खोलकर महादेव व लोटस सट्टा, बैंक के डिप्टी मैनेजर-कर्मी समेत 4 गिरफ्तार फर्जी खाते खोलकर महादेव व लोटस सट्टा, बैंक के डिप्टी मैनेजर-कर्मी समेत 4 गिरफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719225921125.jpg)
सौ से अधिक खाते सील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 जून। रायगढ़ जिले में साइबर टीम के साथ-साथ पुलिस की टीम ने महादेव एप और लोटस एप में करोड़ों की रकम फर्जी खातों में जमा करने के साथ-साथ बड़े लेन-देन करने का खुलासा करते हुए दो बैंकों के कर्मचारियों को गिरफ्तार करके उनके अन्य दो साथियों को भी अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए बैंक कर्मचारी तथा दो अन्य सहयोगियों के खातों को होल्ड करने के साथ-साथ सौ अन्य खातों को भी होल्ड करते हुए जांच के दायरे में ले लिया है। पुलिस को लगता है कि महादेव सट्टा तथा लोटस सट्टे में इनके और भी सहयोगी कार्यरत हैं और सभी का लिंक तलाशने के लिये कई टीमें बनाई गई है।
रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित कर्नाटका बैंक व इंडसइंड बैंक में उन लोगों के खाते खोले जाते थे जो अपने खाते के संचालन के नाम पर एक निश्चित रकम लेते थे, लेकिन उनका खाता बैंक के डिप्टी मैनेजर तथा अन्य कर्मचारी करते थे और फर्जी तरीके से खाते का संचालन करने वाले दो सहयोगी भी महादेव एप व लोटस एप के संचालन में कमाई गई रकम इन खातों में जमा करके लेनदेन करते थे, जबकि जिनमें नाम से खाते खोले गए थे उन्हें इस पूरे फर्जीवार्ड की जानकारी नहीं थी।
एक शिकायत के आधार पर पुलिस की जांच जब शुरू हुई तब दो बैंक के कर्मचारी जिसमें एक डिप्टी मैनेजर तथा एक अन्य कर्मचारी हिरासत में लिये गए और उनसे पूछताछ के बाद सट्टे के कारोबार का संचालन करने का बड़ा मामला सामने आया।
इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंडसइंड बैंक व कर्नाटका बैंक के जिन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है वे दूसरे के नाम से खोले गए खातों का संचालन करके सट्टे की रकम का लेनदेन करते थे, और उनके दो सहयोगी ऐसे लोगों का खाता खोलते थे, जिन्हें मात्र 5 हजार देकर उनके खाते का संचालन खुद करते थे। गिरफ्तार लोगों के पास से बड़ी मात्रा में एटीएम व बैंकों के पासबुक जब्त की गई है और अब तक सौ खातों को होल्ड कर दिया गया है।
बहरहाल, रायगढ़ जिले में पहली बार पुलिस के हत्थे एक ऐसा गैंग चढ़ा है जिसमें बैंक के कर्मचारी शामिल है और महादेव सट्टा व लोटस सट्टा के कारोबार में अन्य लोगों के साथ मिलकर बड़ी आसानी से करोड़ों की रकम का लेनदेन कर रहे थे। अब इस जांच की शुरूआत में ही बड़े खुलासे होने के बाद पुलिस को लगता है कि इस गिरोह का संबंध किसी बड़े सटोरियों से है जिनके लिंक की तलाश शुरू कर दी गई है।