बलरामपुर
![प्रभारी सीएस के निलंबन के विरोध में उतरा सीडा प्रभारी सीएस के निलंबन के विरोध में उतरा सीडा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719587953G_LOGO-001.jpg)
अनिश्चितकालीन ओपीडी किया बंद, कहा नियमविरुद्ध कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 28 जून । कोरिया के जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर के प्रभारी सीएस राजेन्द्र बंसरिया को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने निलंबित कर दिया, जिसके बाद जिला अस्पताल के सभी चिकित्सक सीडा के बैनर तले कार्रवाई के विरोध में उतर गए और कलेक्टर कोरिया को मामले में ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया।
ज्ञापन में उन्होंने बताया है कि छग शासन लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पत्र क्र. एफ 6-19/2024/17/1 नवा रायपुर अटल नगर दिनांक 27/06/2024 के आदेशानुसार डॉ. राजेन्द्र बन्सरिया सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक के साथ अन्यायपूर्वक एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए निलंबन कर दिया गया है। उक्त पत्र में यह आरोप है कि उनके द्वारा एक मरीज के परिजन से ऑपरेशन करने के लिए धनराशि की मांग की गई है, और धनराशि न देने पर मरीज का ऑपरेशन नहीं किया गया है।
इस आरोप पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला कोरिया के द्वारा सचिव छग लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर नवा रायपुर को डॉ. राजेंन्द्र बन्सरिया के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। इस प्रकरण में शासन के द्वारा जाँच के लिए किसी भी तरह की टीम का गठन नहीं किया गया और न ही मौखिक और लिखित में पत्राचार किया गया। यह कार्रवाई नियमविरूद्ध है।
ज्ञापन में आगे उल्लेख है कि अवर सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पत्र में दो बिंदुओं का उल्लेख है पहला धनराशि की मांग की गई है और दूसरा मरीज का उपचार नहीं किया गया है।
यह दोनों आरोप पूर्णत: निराधार है न तो मरीज से किसी भी तरह की धनराशि ली गई है और न ही उपचार के लिए मना किया गया है, और 27 जून को ही अविलंब मरीज का ऑपरेशन किया गया है।
इस अन्यायपूर्वक कार्रवाई के विरोध में जिला चिकित्सालय के चिकित्सक अपने समस्त चिकित्सीय सेवायें (एमएलसी- पीएम-ओपीडी- आपातकालीन) को 28 जून से अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद किया जा रहा है। डॉ. राजेन्द्र बंसरिया, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक के विरूद्ध जो निलंबन आदेश किया गया है, उसे शून्य किया जाए।