बलरामपुर
![प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की आवाजाही के बीच 5 डॉक्टर बिना सूचना गायब प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की आवाजाही के बीच 5 डॉक्टर बिना सूचना गायब](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718289352-0015.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,13 जून। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वर्तमान में प्रतिदिन 150 से 200 लोगों का इलाज के लिए आना-जाना लगा हुआ है परंतु यहां पर अनुबंध में पदस्थ डॉक्टर का लगातार अनुपस्थित रहना मरीजों के लिए मुसीबत बन गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में यहां पर जो डॉक्टर पदस्थ हैं, जिसमें से लगभग सभी की अनुबंध पर पदस्थापना हुई है। इनमें से पांच डॉक्टर लगभग एक माह से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित हैं। अब शेष बचे डॉक्टरों में से एक डॉक्टर की ड्यूटी इमरजेंसी के लिए रहती है दो डॉक्टर मिलकर हर दिन ओपीडी में मरीज को इलाज कर रहे हैं जो वर्तमान में मरीजों की संख्या देखते हुए पर्याप्त नहीं है। एक डॉक्टर की ड्यूटी रात को रहती है, अब बचे दो डॉक्टर मिलकर सभी मरीजों का जैसे तैसे इलाज में लगे हुए हैं।
पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस अस्पताल को 100 बिस्तरीय अस्पताल का दर्जा दिया गया था, इसके लिए आवश्यक सभी पदों का सृजन भी कर दिया गया था, परंतु अभी तक उस रिक्त पद पर कोई भी भर्ती नहीं हो पाई है जिससे यह अस्पताल सिर्फ नाम का 100 बिस्तर अस्पताल रह गया है।
ज्ञात हो कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 30 से 40 किलोमीटर के अंतर्गत क्षेत्र के लोग निर्भर रहते हैं। यही नहीं पास में सटे हुए झारखंड होने के कारण उधर से भी आने वालों मरीजों की संख्या काफी रहती है जिस कारण इस अस्पताल में वर्ष भर प्रतिदिन मरीजों की आवाजाही पर्याप्त संख्या में लगी रहती है।
वर्तमान में प्रदेश में नई सरकार के गठन पश्चात क्षेत्र के लोगों को क्षेत्रीय नेताओं एवं उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से बहुत आस लगाये बैठे हैं कि वे इस अस्पताल पर ध्यान देते हुए डॉक्टरों सहित अन्य सुविधाओं की पूर्ति करेंगे ताकि लोगों बाहर जाने के बजाय यहीं पर सुविधा का लाभ मिल सके।