धमतरी
![किसान, महिला, गरीब एवं युवा वर्ग के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार विशेष रूप से कटिबद्ध - रंजना किसान, महिला, गरीब एवं युवा वर्ग के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार विशेष रूप से कटिबद्ध - रंजना](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719653346015.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 29 जून। जिला सहकारी संघ धमतरी के तत्वाधान में जिले के दुग्ध सहकारी समितियों के पदाधिकारियों एवं प्रबंधकों द्वारा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, विभागीय योजनाओं की जानकारी व लेखा एवं प्रबंधन विषय पर दुग्ध शीत केंद्र मुजगहन धमतरी के परिसर मे प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रंजना डीपेंद्र साहू पूर्व विधायक धमतरी, अध्यक्षता परिणीता साहू संचालक छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ रायपुर, विशेष अतिथि धनेश्वरी साहू जनपद सदस्य, डॉ. एम एस बघेल उपसंचालक पशुपालन विभाग, पीसी ध्रुव मुख्य कार्यपालन अधिकारी छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ रायपुर, राजेश जैना प्रभारी क्षेत्र संचालन दुग्ध महासंघ, टेमन लाल साहू अध्यक्ष जि़ला संघ धमतरी, संघ के संचालक सदस्य उषा ओमप्रकाश साहू उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण में मंचासीन अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रंजना साहू ने कहा कि पशुपालकों को प्रशिक्षण के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर शासन की सब्सिडी आधारित योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। केंद्र एवं राज्य में भाजपा सरकार की मुख्य चार प्राथमिकता जिसमें किसान, महिला, गरीब एवं युवा सभी के विकास के लिए सरकार विशेष रूप से प्रतिबद्ध है, समय पर उचित जानकारी पशुपालकों को मिलनी चाहिए जिससे वह शासन की योजनाओ को समझ कर लाभ उठाकर आगे बढ़े।
कार्यक्रम के अध्यक्ष परिणीता साहू ने कहा कि सहकारिता को समझना जन-जन के लिए आवश्यक है ताकि हम मिलजुल कर समाज के बेहतरी के लिए कार्य करते रहे।
डॉ. एम एस बघेल उपसंचालक ने कहा कि दूध खरीदी का दर पूरे भारत में लगभग एक समान है उसी के बराबर छत्तीसगढ़ में भी दूध की खरीदी की जा रही है। पशुपालकों को चारा उत्पादन के क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है, इससे दुग्ध उत्पादन की लागत में नियंत्रण किया जा सकता है।
डॉ प्रमोद ठाकुर ने बताया कि पशुपालन के चार स्तंभ होते हैं जिसमें प्रथम पशु प्रजनन हेतु कृत्रिम गर्भाधान या नेचुरल उन्नत सांड से गर्भाधान अति आवश्यक है। प्रजनन सोर्टेड सीमेंस के माध्यम से केवल बछिया का उत्पादन किया जा सकता है, दूसरा पशु पोषण के अंतर्गत पशुओं के लिए पोषक आहार हरा चारा की अति आवश्यकता होती है।