धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 25 जून। एनजीटी नियमों के तहत 10 जून से 15 अक्टूबर तक रेत खनन पर रोक लगाई गई है, लेकिन जिले में कई जगह पर अवैध रूप से रेत का अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। इसी तरह की शिकायत लेकर ग्रामीण जन विकास समिति परखंदा के पदाधिकारियों ने कुरूद थाना पहुँच गांव में अवैध रूप से हो रहे रेत उत्खनन पर रोक लगाने एवं कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार शाम कुरूद थाना पहुंचे ग्रामीण समिति अध्यक्ष चम्पेश्वर सोनकर, नरेंद्र ढीढ़ी, उमेश्वर, अजय साहू, सुमन, लखन निर्मलकर, नंदू साहू, छोटू सोनकर, सोनाऊ साहू, लोकेश, मुकेश निषाद, रमेश, ईश्वर सोनकर, ओमप्रकाश पटेल, कोमल निषाद, रूपराम साहू आदि ने बताया कि परखंदा घाट से हर रोज 60-70 ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन बेधडक़ किया जा रहा है। 16 जून को समिति ने कलेक्टर, खनिज अधिकारी, एसडीएम कुरूद को ज्ञापन देकर रेत के अवैध खनन को बंद करने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। खनिज विभाग के अधिकारियों से संपर्क करते हैं तो कॉल रिसीव नहीं करते, इससे साफ जाहिर है कि उनकी भी इस अवैध कारोबार में मिलीभगत है।
ग्रामीणों ने कुरूद के एक नेता पर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभी हम लोग ट्रैक्टर को पकडक़र थाना लाए हंै तो टीआई के पास कई बार फोन आ गया। ऐसे नेताओं का रेत माफिया को भरपूर संरक्षण मिल रहा है, जिससे क्षेत्र में जगह जगह अवैध खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है।
ज्ञात हो कि ग्रामीण शुरू से ही रेत खदान का विरोध कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते ग्रामीणों की बात सुनने वाला कोई नहीं है। खदान से रेत के अवैध खनन और परिवहन से त्रस्त ग्रामीणों ने रेत भरकर ले जा रहे ट्रैक्टर को रोककर हंगामा किया, तब कुरूद पुलिस मौके पर पहुंची और वाहनों को जब्त कर थाना लाया गया। लेकिन आरोपियों को छुड़ाने नेताओं का फोन आना शुरू हो गया है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रेत माफिया से जुड़े लोगों द्वारा गांव गुंडागर्दी कर अराजकता फैलाने का काम किया जा रहा। जिससे गांव का माहौल अशांत व तनावपूर्ण हो गया है। ग्रामीण हर समय भयभीत रहते हैं।
इस मामले में सरपंच शत्रुघ्न बारले का कहना है कि इस गोरखधंधे में शामिल लोग पंचायत की भी परवाह नहीं करते, कुछ कहने पर जान लेने की धमकी दी जाती है, संबंधित विभाग से कई बार शिकायत करके थक गया हूं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गांव में अवैध ईंट भट्टा और रेत उत्खनन हो रहा है, पर पंचायत डर के मारे चुप बैठी है।
टीआई अरुण साहू ने माना कि रेत परिवहन में लगी कुछ वाहनों को थाना लाया गया है, आगे की कार्रवाई खनिज विभाग करेगा।