धमतरी
![माता-पिता स्वयं में संस्कार लाकर बच्चों को संस्कारित करें - देवी भूमिका माता-पिता स्वयं में संस्कार लाकर बच्चों को संस्कारित करें - देवी भूमिका](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1719759366015.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 30 जून। देवी भूमिका जी सेवा ट्रस्ट धमतरी द्वारा युवाओ के सहयोग से समाज एवं परिवार निर्माण महिलाओं के सुरक्षा संरक्षण एवं सशक्तिकरण विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संयोजन ग्राम विकास समिति श्यामतराई के अध्यक्ष टीकाराम साहू द्वारा किया गया कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में गजानन साहू मनोवैज्ञानिक सह बाल संरक्षण अधिकारी जिला धमतरी एवं डॉ. गणेश प्रसाद साहू प्रदेश उपाध्यक्ष अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ साहू समाज छत्तीसगढ़ व देवी भूमिकाजी प्रवचन कर्ता एवं समाजसेवी रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित वक्ता गजानन साहू ने समाज में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से अवगत कराते हुए महिलाओं को सजग रहने घर परिवार में ईमानदारी एवं आपसी सामंजस्य बनाने बच्चों को संस्कारवान बनाने हेतु प्रेरित किया एवं बच्चों के मानसिक शारीरिक गतिविधियों पर पूर्ण रूप से पलकों को ध्यान देने की बात कही।
वर्तमान में महिलाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार कितनी संवेदनशील है उसकी जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में महिलाओं की संरक्षण सुरक्षा हेतु बहुत सारी योजनाएं संचालित हैं जिनका अधिक से अधिक लाभ लिया जा सकता है।
परिचर्चा में जीवन में शिक्षा के महत्व को बताते हुए डॉ.गणेश प्रसाद साहू ने उपस्थित पालकगणों से अनुरोध किया कि भले ही एक रोटी कम खाएं, लेकिन बच्चों की पढ़ाई लिखाई पूरी अवश्य करवाएं।समाज में अगर एक भी बच्चा अच्छे से पढ़ लिखकर अच्छे पद पर जाता है तो उसे अन्य बच्चों को प्रोत्साहन मिलता है। जिससे वह बच्चे आगे चलकर समाज एवं राष्ट्र के लिए हितकर होते हैं। पालकों से आग्रह किया कि बच्चों के स्कूलों में जो शिक्षक हैं उनके संपर्क में निरंतर रहे उन्हें अपने घर पर समय-समय पर आमंत्रित करते रहें जिससे बच्चा अगर किसी प्रकार से पढ़ाई से भटकने लगे तो एक अच्छा माहौल मिल सके और पालक एवं शिक्षक बच्चों को सही दिशा दे सके। प्रवचनकर्ता एवं समाजसेवी देवी भूमिकाजी ने सबसे पहले माता-पिता स्वयं में संस्कार लाकर बच्चों को सीखाने की बात कही। अपनी बात रखते हुए उन्होंने समझाया कि बच्चों का मन कच्ची मिट्टी की तरह होता है जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी को जैसे चाहे वैसे आकार दे सकता है।
उसी प्रकार प्रथम गुरु के रूप में माता-पिता अपने बच्चों को जैसा चाहे वैसा संस्कार दे सकते हैं।इसके लिए सबसे पहले माता-पिता को ही शिष्टाचार अनुशासन एवं संस्कार धारण करने की आवश्यकता होती है।
कार्यक्रम में बालक राम साहू पूर्व सरपंच, द्वारिका साहू पूर्व सरपंच,तुकाराम साहू ग्राम पटेल, ऋषि राम मरकाम पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष, सुरेश कुमार साहू अध्यक्ष साहू समाज, डॉ.तुलु राम साहू, शोभित धुव्र अध्यक्ष गोड़ समाज, रोशन साहू सचिव ग्राम विकास समिति,पोखराज साहू उपाध्यक्ष ग्राम विकास समिति मुख्य रूप से उपस्थित रहे एवं बहुत बड़ी संख्या में ग्राम के महिला पुरुष एवं बच्चे उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रति गांव वालों ने काफी खुशी व्यक्त किया एवं धन्यवाद दिया।