रायगढ़
![धान के भाव में 2500 रुपए से एक आना की भी कमी स्वीकार्य नहीं- भूपेश धान के भाव में 2500 रुपए से एक आना की भी कमी स्वीकार्य नहीं- भूपेश](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16096000122.jpg)
छाल, सरिया और कोसीर को तहसील बनाने की घोषणा
सीएम ने रायगढ़ को दी 1146 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़, 2 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों से धान की खरीदी राज्य सरकार द्वारा हर हाल में 2500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से की जाएगी। किसानों के हित और अपनी वचन के अनुरूप इससे एक आना भी कम का भाव हमें स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय एजेन्सी एफसीआई द्वारा अभी तक चावल लेने की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण धान खरीदी की गति कुछ प्रभावित हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द इसका समाधान निकल आएगा।
शनिवार को मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में लगभग 1146 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगातों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करते हुए इस आशय के विचार प्रकट किए। सीएम ने इस मौके पर सरकार की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के अंतर्गत 1 लाख 33 हजार से ज्यादा हितग्राहियों को लगभग 6 करोड़ रुपए मूल्य की सामग्री और चेक वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय विधायकों और जनप्रतिनिधियों के अनुरोध पर नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय को गुरू घासीदास के नाम करने सहित छाल, कोसीर एवं सरिया को तहसील बनाने और खरसिया में रेलवे ओव्हरब्रिज बनाने सहित अनेक घोषणाएं की। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा संचालित दो अभिनव योजनओं-माहवारी स्वच्छता के लिए पावना अभियान और आदर्श स्वास्थ्य कार्ड योजना का भी शुभारंभ किया। समारोह की अध्यक्षता कृषि एवं जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे ने की। विशेष अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, विधायक प्रकाश नायक, विधायक उत्तरी जांगड़े, विधायक चक्रधर सिंह सिदार, विधायक लालजीत सिंह राठिया, जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल एवं महापौर जानकी काटजू उपस्थित थीं।
मुख्य अतिथि की आसंदी से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों, मजदूरों और वनवासियों की आर्थिक हालात में बदलाव लाने के लिए स्व. नंदकुमार पटेल के नेतृत्व में परिवर्तन यात्रा निकाली गई थी। उनकी इच्छा के अनुरूप उनकी माली हालात में सुधार के लिए तेज गति से काम कर रहे हैं। हमारी सरकार किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपए की राशि देकर उनका सम्मान कर रही है। उन्होंने कहा कि एफसीआई द्वारा चावल जमा करने की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण धान खरीदी मेें थोड़ी शिथिलता आई है।
इसके पहले अक्टूबर-नवम्बर तक अनुमति मिल जाती थी। हमने समस्या के निराकरण के लिए प्रधानमंत्री और केन्द्रीय खाद्य मंत्री से चर्चा की है। जल्द समाधान की उम्मीद लगाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि डीएमएफ योजना का हमने जनहित में इस्तेमाल करना शुरू किया है। इससे ग्रामीणों और किसानों के जीवन में बदलाव परिलक्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना का अच्छा प्रभाव ग्रामीण इलाकों में हमने देखे हैं। हमने सुना है कि पहले लोग धान बेचकर फटफटी खरीदा करते थे। लेकिन अब गोबर से इतनी कमाई हो रही है कि लोग इससे फटफटी खरीदने लगे हैं। केवल दूध के व्यवसाय से डेयरियां बंद होने के कगार पर थीं, लेकिन तुच्छ समझे जाने वाली गोबर से उन्हें सहारा मिला और डेयरियां अच्छी तरक्की कर रही हैं। उन्होंने गोधन योजना के अनेक फायदे गिनाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव और गरीब का बच्चा भी अब अंग्रेजी मीडियम के स्कूल में पढ़ेगा। इसके लिए हमने सभी ब्लॉकों में एक-एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल की मंजूरी प्रदान कर दी है। बच्चों और महिलाओं का कुपोषण दूर करने के लिए भी विशेष योजना चला रहे हैं।
कृषि एवं जिले के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि स्व नंदुकमार पटेल के साथ हमने विधानसभा के अंदर और बाहर लगगभ 25 वर्ष तक साथ-साथ काम किया। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री स्वयं किसान हैं। किसानों के दुख-दर्द से अच्छी तरह परिचित हैं। इसलिए मुख्यमंत्री पद का शपथ लेते ही पहला दस्तखत किसानों से 2500 रुपए में धान खरीदी और कृषि ऋण माफ के लिए किया। किसान का बेटा ही इस तरह का हिम्मत दिखा सकता है। उन्होंने कहा कि 2500 रुपए धान खरीदी के अपने वायदे से सरकार कभी नहीं मुकरेगी। मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत 70 करोड़ रुपए से ज्यादा की गोबर खरीदी हो चुकी है।
उच्च शिक्षा मंत्री एवं खरसिया विधायक उमेश पटेल ने कहा कि नए साल की शुरूआत मुख्यमंत्री ने रायगढ़ जिले से की है। इसके लिए रायगढ़ की जनता उनके प्रति आभारी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों से मिलने के लिए जिलों की दौरा कर रहे हैं और उनकी जरूरत एवं मांगों को समझकर घोषणाएं भी कर रहे हैं। मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि बारदानों के कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने किसानों के बारदानों में भी खरीदी करने का निर्णय लिया है।
समारोह को स्थानीय विधायक प्रकाश नायक, सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, धरमजयगढ़ विधायक लालजीत सिंह राठिया और लैलूंगा विधायक चक्रधर सिंह सिदार ने भी संबोधित किया और अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं और जरूरतों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। कलेक्टर भीमसिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत जिले में हुए विकास कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी भी दी।