बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 4 जनवरी। बलौदाबाजार लवन से सरखोर मार्ग की दूरी 6.15 किमी है। इस रोड को एक साल पहले ही बनाई गई थी। उक्त रोड के लिए 125.05 लाख स्वीकृति मिली थी। बीते दो-तीन माह से इस सडक़ पर लगातार भारी वाहन चल रही है। इस सडक़ की क्षमता कम है, जिस पर भारी वजनी वाहन के चलने से सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे बन गए है। रोड का डामर उखडक़र गड्ढों में तब्दील हो रहा है जो कि दुर्घटना को न्यौता दे रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त रोड से हाईवा वाहन में बेलगाम मुरूम गाडिय़ा चल रही है। इसलिए लवन, सरखोर मार्ग का दबाव बहुत अधिक हो गया है। जबकि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ों पर उसकी क्षमता से अधिक वजन के वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके बाद भी इस मार्ग पर धड़ल्ले के साथ मुरूम गाडिय़ां चल रही है। यही कारण है कि मार्ग निर्माण के बाद बहुत ही कम समय में मरम्मत की कगार पर पहुंच गया है। आम लोगों को आवाजाही के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह मार्ग सरखोर, पंडरिया, जोंधरा होते हुए बिलासपुर जिले को जोड़ती है। इस वजह से इस मार्ग पर दोपहिया वाहनों का आना-जाना दिन भर होता रहता है। दोपहिया वाहन चालक रात में गड्ढों को भांप नहीं पाने की वजह से गिरकर चोटिल भी हो रहे है।
लोगों का कहना है कि ठेकेदार व विभाग द्वारा 12 टन से अधिक वजनी वाहनों प्रवेश निषेध का बोर्ड तो लगाया गया है, लेकिन वाहन चालक प्रवेश निषेध बोर्ड को दरकिनार कर धड़ल्ले से वाहनों को उक्त रोड पर बेखौफ दौड़ा रहे है। इससे नवनिर्मित लवन, सरखोर मार्ग की हालत समय से पहले दम तोड़ रही है। मार्ग में जगह-जगह पर गड्ढे बन चुके है। इस रोड का संधारण कार्य करीब डेढ़ से दो दशक बीत जाने के बाद हुआ है। उस पर भी भारी वाहनों का दबाव बढऩे से रोड जर्जर स्थिति में निर्मित हो रही है। राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में इंजीनियर प्रमोद कुमार निर्मलकर ने चर्चा के दौरान बताया कि ठेकेदार द्वारा 5 साल तक मेन्टेन्स का कार्य कराया जाएगा। आगे यह भी बताया कि जहां-जहां पानी रूक रहा है, वहीं आसपास की रोड ही ज्यादा खराब हो रहे है।