बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 जनवरी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 3 जनवरी को न्यायधानी बिलासपुर में चकरभाटा एयरपोर्ट वीरांगना बिलासा देवी के नाम करने की घोषणा की है। इससे निषाद समाज में हर्ष का माहौल है। इसके लिए छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड व मछुआ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एमआर निषाद ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
बिलासपुर स्थित चकरभाटा एयरपोर्ट वीरांगना माता बिलासा देवी के नाम करने हेतु मछुआरा समाज ने 2 फरवरी 2019 को बिलासपुर में आयोजित मछुआ कांग्रेस सम्मेलन में आमंत्रित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष मछुआ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एमआर निषाद ने यह मांग रखी थी। इस मौके पर छग मछुआ महासंघ के पदाधिकारी भी मौजूद थे। 27 मार्च 2019 को मुख्यमंत्री निवास में उनसे मुलाकात कर उक्त मांग भी दोहराई थी। उस दिन ही सीएस ने अपनी सैध्दांतिक सहमति दे दी थी। इस संबंध में 12 अक्टूबर 2020 को पुन: एक ज्ञापन सौंपा गया था। 21 नवंबर 2020 को विश्व मछुआरा दिवस के अवसर पर अपने उद्बोधन में एमआर निषाद ने मुख्यमंत्री के सामने समाज की मांग दोहराई थी। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मछुआरों की वाजिब मांगों को हर संभव पूरा करने का आश्वासन दिया था। समाज की सार्थक मांगों के चलते ही प्रदेश में नई मछुआ नीति लागू कर मछुआरों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया गया। वहीं मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा भी प्रदान किया गया।
इधर 3 जनवरी को बिलासपुर में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चकरभाटा एयरपोर्ट का नाम वीरांगना बिलासा देवी के नाम करने की घोषणा की है। जिससे मछुआरा समाज में हर्ष व्याप्त है। उक्त घोषणा पर आभार व्यक्त करते हुए मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एमआर निषाद ने कहा है कि इससे वीरांगना बिलासा देवी के ऐतिहासिक तथ्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।