कोण्डागांव
10वीं एवं 12वीं के छात्रों की सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगेंगी अब कक्षाएं
कोण्डागांव, 12 फरवरी। कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा 12 फरवरी को जिले के सभी विकासखण्ड के हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी के प्राचार्यों की गहन समीक्षा बैठक आहूत की गई थी। आगामी बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर आयोजित इस बैठक में कलेक्टर ने गत सत्र 2019-20 के परीक्षा परिणामों के आधार पर इस वर्ष किए जा रहे परीक्षा की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही प्राचार्यों के साथ उनकी रणनीति पर भी गहन मंथन किया। बैठक में उन्होंने साफ कहा कि, छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए पूर्ण रूप से तैयार करने की जिम्मेदारी प्राचार्यों को लेनी होगी और इस संबंध में उन्हें व्यक्तिगत रूप से मेहनत भी करना होगा। क्योंकि हर शालाओं की अपनी-अपनी समस्याएं जैसे शिक्षकों की कमी, छात्रों द्वारा नियमित रूप से स्कूल न आना या फिर रूचि न लेना इत्यादि होती है, परन्तु यह हर शिक्षक निर्भर करता है कि वे किस प्रकार छात्रों ‘मोटीवेट‘ करते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, मध्य फरवरी से ही 10वीं व 12वीं के छात्रों के लिए कक्षाएं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नियमित रूप से लगायी जाएगी और जिन स्कूलों में पाठ्यक्रम अभी पूरा नहीं हुआ है वहां पर विशेष फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पिछले सत्र में 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले कक्षा 10वीं व 12वीं की शालाओं के प्राचार्यों की सराहना भी की। इनमें शासकीय उमावि कोण्डागांव बाजारपारा, बड़ेबेंदरी, बिंजोली, एरला, लूभा, होनावण्डी, गिरोला, हरवेल, पिपरा, सूरडोंगर, मोडेंगा, कुम्हारबडग़ांव, खड़पड़ी, चिलपुटी, मसोरा, उड़ीदगांव, क्षमतापुर के विद्यालय शामिल थे। जबकि तहसीलपारा कोण्डागांव, उमरगांव, मालगांव, विश्रामपुरी, कोरगांव, बांसकोट, धनोरा, छोटे बंजोड़ा, फरसगांव, बोरगांव, बिंझे, बड़ेराजपुर, कोनगुड़, मांझीआठगांव जैसे विद्यालयों के परीक्षा परिणाम न्यूनतम रहे। इसके लिए कलेक्टर ने नाखुशी भी जाहिर की।
बैठक में जानकारी दी गई कि, शैक्षणिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के उपचारात्मक शिक्षण की कार्ययोजना के तहत् जिन बच्चों को जिन-जिन विषयों में समस्या आ रही है, उन विषयों के विषयवस्तु को पुन: पढ़ाकर बच्चों से प्रश्न पूछकर उनके स्तर को परखा जा रहा हैं तथा सप्ताह में दो दिन 2 से 3 बजे तक कठिन विषयों को पुन: समझाकर व बच्चों की जांच परीक्षा के साथ उनकी सहायता करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके अलावा कक्षा 10वीं एवं 12वीं के बोर्ड परीक्षा के बच्चों के लिए हायर सेकेण्डरी स्कूल खालेमुरवेण्ड में मॉडल प्रश्नबैंक तैयार किये जा रहे हैं तथा उन्हें महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास कराया जा रहा है। इसी प्रकार अब तक शालाओं में कुल 45798 ऑनलाईन कक्षाएं ली गई हैं, जिनमें शामिल बच्चों की संख्या 7179 थी। इस बैठक में जिला मिशन समन्वयक महेन्द्र पाण्डे, जिला परियोजना अधिकारी वेणु गोपाल राव, सहायक जिला परियोजना अधिकारी कंवलसाय मरकाम सहित सभी प्राचार्य उपस्थित थे।