बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। मार्च का महीना शुरू होते ही आसमान से गर्मी आफत बनकर टूट पड़ी है। पिछले चार दिनों से तापामन में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बढ़ते गर्मी के कारण अभी से लोग घरों में कैद होने लगे हैं। जरूरी काम होने पर ही सडक़ों पर नजऱ आ रहे हैं, ऐसे में सडक़ें अभी से सूनी होने लगी है।
छत्तीसगढ़ के दक्षिणी छोर पर बसे बीजापुर जिले में लगातार तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। तापमान के साथ गर्मी भी अपना तेवर दिखाने लगा है। मंगलवार को बीजापुर जि़ला मुख्यालय में अधिकतम 37 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख अरुण सकनी ने बताया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1 मार्च से लेकर अब तक 10 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज की गई है। विगत वर्ष 1 मार्च को न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जबकि इस वर्ष अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तापामन दर्ज किया गया है।
बढ़ते गर्मी के कारण लोग दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक अपने आपको घरों में कैद रखना ही मुनासिब समझ रहे हैं। आलम यह है कि ज़रूरी काम पडऩे पर ही लोग दोपहर में घरों से बाहर निकल रहे हैं। नतीजतन अक्सर मुसाफिरों से भरी सडक़ें अभी से सूनसान नजऱ आ रही हैं। चहल-पहल वाले इलाकों में भी इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई पड़ रहे हैं।
बीजापुर के भोपालपटनम ब्लॉक में जि़ले के बाकी जगहों के मुकाबले ज्यादा गर्मी लगती है। भोपालपटनम ब्लॉक की सीमाएं महाराष्ट्र और तेलंगाना को छूती है, जिस कारण यहां तापमान अक्सर अधिक दर्ज किया जाता है। इस बार भी भोपालपटनम ब्लॉक में अधिक गर्मी लगने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
ठंडे पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
बढ़ते तापमान और गर्मी के कारण ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढऩे लगी है. सडक़ किनारे छोटे-छोटे स्टॉल में लस्सी, गन्ने के जूस और नारियल पानी की दुकानें खुल चुकी है। दुकानदार बताते हैं कि गर्मी बढऩे के साथ ही ठंडे पेय पदार्थ की मांग भी बढ़ गयी है। हर रोज़ पहले दिन के मुकाबले ज्यादा ग्राहक लस्सी, गन्ने का जूस या नारियल पानी पीने दुकानों में पहुंच रहे हैं।